• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

मकर संक्रांति पर्व पर “सामाजिक समरसता में ग्रहों का योगदान” विषय पर संगोष्ठी

Desk by Desk
16/01/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, राजनीति, राष्ट्रीय, लखनऊ
0
मकर संक्रांति पर्व

मकर संक्रांति पर्व

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान ने शानिवार को लखनऊ स्थित, बी-इन्दिरा नगर कार्यालय में मकर संक्रांति पर्व पर “सामाजिक समरसता में ग्रहों का योगदान” विषय पर व्याख्यान गोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्थान के निदेशक पवन कुमार ने कहा कि सामाजिक समरसता को लाने के लिए संस्थान सतत रूप से प्रयत्नशील है। पुराता ग्रन्थों तथा प्राचीन परम्पराओं के माध्यम से समाज में समरसता एवं शुचिता स्थापित की जा सकती है।

गोष्ठी में डाॅ. अनिल पोरवाल लखनऊ विश्वविद्यालय से व डाॅ. विनोद कुमार मिश्र ने अपना व्याख्यान दिया। आमंत्रित वक्ता डाॅ. अनिल पोरवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति तथा संस्कार पर्व त्यौहार इत्यादि पर पूर्णतयाः आश्रित है। यहां पर्व और त्यौहार कब मनाये जाने चाहिए उसका निर्णय काल विधानक ज्योतिष शास्त्र में ग्रह नक्षत्र तथा ताराओं के माध्यम से किया जाता है।

सीएम योगी ने कोरोना वैक्सीन के लिए पीएम मोदी व वैज्ञानिकों जताया आभार

इसी का परिणाम है कि सामान्य जनमानस बिना किसी आमंत्रण के विशेष पर्व जैसे मकर संक्रान्ति, पूर्णिमा, अमावस्या इत्यादि में नदियों पवित्र जलाशयों में स्नान हेतु जाता है। डाॅ. विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि ग्रहों नक्षत्रों के द्वारा काल के अवयवों को जाना जा सकता है जिसमें त्रुटि से लेकर प्रलय काल तक की गणना की जा सकती है। इसमें इसके अन्तर्गत आधुनिक समय व्यावहारिक काल, घण्टा, मिनट, दिनांक इत्यादि का ज्योतिष शास्त्र से किस प्रकार से सम्बन्ध है। इसको भी जाना जा सकता है क्योंकि काल के बिना मानव सभ्यता का न तो कोई इतिहास पता चल सकता है। न ही कोई भूगोल। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं, कर्मचारियों एवं श्रोतागण ने पारम्परिक खिचड़ीभेज का आनन्द लिया।

Tags: Director Pawan Kumarsocial harmonyउत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानबी-इन्दिरा नगर कार्यालयमकर संक्रांति पर्वसामाजिक समरसता में ग्रहों का योगदान
Previous Post

दलित युवक का अपहरण के बाद हत्या, बहनोई समेत चार पर मुकदमा दर्ज

Next Post

पूरे देश में 1,91,181 लोगों को कोरोना का टीका: स्वास्थ्य मंत्रालय

Desk

Desk

Related Posts

CM Vishnu Dev Sai
Main Slider

बच्चों के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त माध्यम सिद्ध होगा केशव भवन: CM साय

12/06/2025
cm yogi
Main Slider

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अहमदाबाद प्लेन क्रैश की घटना पर जताया दु:ख

12/06/2025
Viksit Krishi Sankalp Abhiyan
उत्तर प्रदेश

20.19 लाख से अधिक किसानों को दी गई खेती की नई तकनीक की जानकारी

12/06/2025
उत्तर प्रदेश

अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली

12/06/2025
CM Yogi
उत्तर प्रदेश

धार्मिक स्थलों की गरिमा अक्षुण्ण रखते हुए मूलभूत सुविधाओं का करें विकास: मुख्यमंत्री

12/06/2025
Next Post
हिमाचल के डॉक्टर व उनकी पत्नी संक्रमित

पूरे देश में 1,91,181 लोगों को कोरोना का टीका: स्वास्थ्य मंत्रालय

यह भी पढ़ें

mobile blast

जीभ लगाते ही फटी मोबाइल की बैटरी, मासूम के जबड़े के चीथड़े उड़ गए, मौत

26/03/2021
arrested

लूट की झूठी खबर देने पर मुनीम गिरफ्तार

19/09/2021
CM Devendra Fadnavis

इतिहास में याद रखा जाएगा महाकुम्भ, योगी सरकार बधाई की पात्र : देवेन्द्र फडणवीस

14/02/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version