• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

तालिबान ने शिक्षा पर लगाया ‘पर्दा’, कॉलेजों में ऐसी हो रही है पढ़ाई

Writer D by Writer D
07/09/2021
in Main Slider, World, अंतर्राष्ट्रीय, ख़ास खबर
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

तालिबान के कब्जे के बाद से पहली बार अफगानिस्तान में यूनिवर्सिटी और कॉलेज खुलने लगे हैं। छात्र भी लौट रहे हैं लेकिन इस बार माहौल कुछ अलग है। क्लासरूम में लड़के और लड़कियों को एक पर्दा या बोर्ड से अलग किया गया है। पर्दे के एक तरफ लड़कियां बैठेंगी और दूसरी तरफ लड़के।

तालिबान ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया था कि महिलाओं की पढ़ने और काम करने की आजादी नहीं छीनी जाएगी। क्लासरूम की इन तस्वीरों पर सबकी नजर होगी क्योंकि अधिकतर देश तालिबान से महिला अधिकारों का सम्मान करने के लिए कह रहे हैं।

1996-2001 तक के तालिबानी शासन में लड़कियों को स्कूल और महिलाओं को यूनिवर्सिटी और काम पर जाने की इजाजत नहीं थी। हालांकि, तालिबान ने इस बार ऐसा करने से इनकार किया था लेकिन जमीनी हकीकत देखा जाना बाकी है।

भीषण सड़क हादसे में स्कॉर्पियो के उड़े परखच्चे, तीन लोगों की मौके पर मौत

काबुल, कंधार और हेरात जैसे अफगानिस्तान के बड़े शहरों में यूनिवर्सिटी के टीचर और छात्रों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि महिला छात्रों को क्लास में अलग किया जा रहा है, अलग से पढ़ाया जा रहा है या कैंपस के कुछ हिस्से उनके लिए प्रतिबंधित कर दिए गए हैं।

काबुल यूनिवर्सिटी की एक 21 वर्षीया छात्रा अंजिला ने कहा कि ‘पर्दे डालना स्वीकार्य नहीं है। मुझे क्लास में जाकर बहुत खराब लगा। हम धीरे-धीरे 20 साल पीछे जा रहे हैं।”

अंजिला का कहना है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से पहले भी महिला और पुरुष अलग ही बैठते थे लेकिन ऐसा कोई पर्दा नहीं हुआ करता था।

रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है कि कई निजी यूनिवर्सिटी की एक एसोसिएशन ने क्लास दोबारा शुरू करने के लिए गाइडलाइन का एक दस्तावेज जारी किया है। इसमें महिला छात्रों को हिजाब पहनने और उनके लिए अलग एंट्रेंस अनिवार्य किया गया है।

दस्तावेज के मुताबिक, महिला छात्रों को पढ़ाने के लिए महिला टीचर को रखना पढ़ेगा और उन्हें अलग से पढ़ाना होगा या पर्दे से बंटवारा करना पड़ेगा। ये साफ नहीं है कि दस्तावेज तालिबान की नीति है या नहीं। हालांकि, तालिबान ने पिछले हफ्ते कहा था कि स्कूल शुरू होने चाहिए लेकिन महिला और पुरुष अलग बैठेंगे।

Tags: # world newsafganistaninternational NewsTaliban
Previous Post

आज़माएँ ये तरीकें और पाए सुकून भरी नींद, दिन भर रहे तरोताजा

Next Post

CM योगी ने राष्ट्रीय पोषण माह का किया शुभारंभ, बोले- स्वस्थ बच्चे ही निभाएंगे विकास में भूमिका

Writer D

Writer D

Related Posts

Manish Yadav
Main Slider

सपा में पैदा हो रही दरारें, वरिष्ठ नेता ने खुद पार्टी नेतृत्व पर साधा निशाना

01/07/2025
CM Dhami
Main Slider

हरेला पर्व पर प्रदेश में व्यापक स्तर पर करें वृक्षारोपण: सीएम धामी

01/07/2025
Mahendra Bhatt
Main Slider

महेंद्र भट्ट एक बार फिर बने उत्तराखंड BJP के अध्यक्ष, मुख्यमंत्री धामी ने दी बधाई

01/07/2025
CM Yogi
Main Slider

हर जिले में बनाएंगे 100 बेडेड आयुष वेलनेस सेंटर : सीएम योगी

01/07/2025
President Murmu
उत्तर प्रदेश

राष्ट्रपति ने यूपी को दी पहले आयुष विश्वविद्यालय की सौगात

01/07/2025
Next Post
राष्ट्रीय पोषण माह

CM योगी ने राष्ट्रीय पोषण माह का किया शुभारंभ, बोले- स्वस्थ बच्चे ही निभाएंगे विकास में भूमिका

यह भी पढ़ें

cattle smuggling gang

लाखों की चोरी करने वाला आरोपित गिरफ्तार, सात अंगूठी बरामद

25/05/2021
Shahjahanpur scandal

बेटी के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने के जुर्म में आरोपी पिता को 15 साल की सजा

20/02/2021
Sarvodaya School

सर्वोदय विद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू, 22 मार्च अंतिम तिथि, 30 को परीक्षा

19/03/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version