तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) परियोजना की आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग (Telangana Tunnel Incident) में फंसे सात लोगों की तलाश जारी है। हादसे को 19 दिन हो गए हैं। एसएलबीसी परियोजना सुरंग में 22 फरवरी को हुए हादसे में इंजीनियर और मजदूरों समेत आठ लोग फंस गए थे। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारतीय सेना, नौसेना तथा अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ उन्हें निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए नए प्रयास के तहत एनडीआरएफ, सरकारी खनन कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज, खनिकों और अन्य एजेंसियों के कर्मी बुधवार सुबह उपकरण लेकर सुंरग (Telangana Tunnel Incident) में घुसे।
हैदराबाद की रोबोटिक्स कंपनी की एक टीम ने मंगलवार सुबह कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित कैमरे से लैस एक रोबोट के साथ सुरंग में प्रवेश किया। इसके अलावा 110 बचावकर्मी भी तैनात किए गए। बचावकर्मियों के वास्ते जोखिम को कम करने के लिए तेलंगाना सरकार ने रोबोट के उपयोग को बढ़ाने का निर्णय लिया है, क्योंकि सुरंग के अंदर पानी और कीचड़ होने के कारण बड़ी चुनौती पेश आ रही है।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया कि यदि जरूरी हो तो सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग किया जाए, ताकि बचाव कर्मियों को किसी भी खतरे से बचाया जा सके। उन्होंने दो मार्च को सुरंग का दौरा किया था।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लापता व्यक्तियों का पता लगाने के प्रयासों के तहत बचाव कर्मियों ने एक बार फिर दुर्घटना स्थल पर मानव अवशेष खोजी कुत्तों (एचआरडीडी) को तैनात किया है। तलाशी अभियान की निगरानी कर रहे राज्य के विशेष मुख्य सचिव (आपदा प्रबंधन) अरविंद कुमार ने मंगलवार को बचाव कार्य में शामिल विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
बचाव दल मानव अवशेष खोजी कुत्तों और राडार सर्वेक्षणों द्वारा पहचाने गए विशिष्ट स्थानों पर काम कर रहे हैं तथा खोज अभियान जारी है। इस ऑपरेशन में केरल पुलिस के मानव अवशेष खोजी कुत्तों (एचआरडीडी) की भी मदद ली गई
नौ मार्च को बचाव कर्मियों ने सुरंग निर्माण कार्य में लगी एक विदेशी कंपनी में काम करने वाले टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) संचालक गुरप्रीत सिंह का शव बरामद किया था। शव को वाहन से पंजाब में उनके पैतृक स्थान भेजा गया। तेलंगाना सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की है।