सावन (Sawan) का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन माह देवों के देव महादेव को अति प्रिय है। इस माह में विशेष रूप से भोलेनाथ और माता-पार्वती की आराधना की जाती है। सावन के पवित्र माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त सोमवार के व्रत करते हैं, शिवलिंग पर रोज जल चढ़ाते हैं और हर हो मुमकिन कोशिश करते हैं जिससे भोलेनाथ को प्रसन्न किया जा सकते हैं। साल 2025 में सावन के महीने में पंचक (Panchak) लगने वाले हैं जानते हैं सावन में कब से शुरू हो रहे हैं पंचक।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक (Panchak) वो पांच दिन होते हैं जिसमें कुछ विशेष कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। पंचक, ज्योतिष में नक्षत्रों पर आधारित होते हैं, इस दौरान शुभ कार्यों को करने पर रोक होती है। नक्षत्रों के मेल से बनने वाले विशेष योग को पंचक कहा जाता है। यह चंद्रमा की स्थिति पर आधारित एक खगोलीय घटना है। जब चंद्रमा पांच नक्षत्रों से होकर गुजरता है, तो उसे पंचक कहा जाता है। पंचक के दौरान चन्द्रमा कुंभ और मीन राशि में रहते हैं, उस समय को पंचक कहते हैं।
जुलाई 2025 में पंचक (Panchak) कब?
जुलाई माह में पंचक (Panchak) 13 जुलाई 2025, रविवार को शाम 6.53 मिनट पर शुरू होंगे।
पंचक 17 जुलाई गुरुवार को रात 3.39 मिनट पर समाप्त होंगे।
सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है और पंचक 13 जुलाई, रविवार को लगेगा। वहीं सावन के पहले सोमवार का व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा यानि इस बार सावन के पहले सोमवार पर पंचक (Panchak) का साया रहेगा।
रोग पंचक की शुरूआत अगर रविवार के दिन से होती है तो इसे रोग पंचक (Panchak) कहते हैं। इस दौरान शारीरिक और मानसिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान शुभ कार्य करने वर्जित होते हैं। शुभ और मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर यात्रा ना करें। पंचक के दौरान चारपाई बनवाना अशुभ होता है।