राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में बच्ची का रात में संस्कार कर देने एवं परिवार को अंतिम दर्शन नहीं कराने को ह्रदयविदारक लापरवाही बताते हुए कहा है कि यह पूरे देश के स्मृति पटल पर हमेशा छाई रहेगी।
श्री गहलोत ने आज सोशल मीडिया के जरिए कहा कि हाथरस में रात को दो बजे बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया गया यह लापरवाही हृदयविदारक है और पूरे देश के स्मृति पटल पर हमेशा के लिए छाई रहेगी। रात को पुलिस की देखरेख में दाह-संस्कार कर दिया गया और मां सिर्फ अपनी बच्ची के अंतिम दर्शनों के लिए बिलखती रही।
बलरामपुर केस : फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई, हत्यारोपियों पर लगेगा NSA
उन्होंने कहा कि कोरोना में भी दाह संस्कार के अंदर परिवार के 20 लोगों की छूट दी गई है। बिना कोरोना के भी अंतिम संस्कार में परिवार को शव पहले सौंपा जाता है, हमारे बॉर्डर पर शहीद होते हैं उनका पार्थिव शरीर भी पहले गांव तक आता है, हेलीकॉप्टर एवं हवाई जहाज से आता है, विदेशों से भी शव लाये जाते है।
कोरोना के कारण पूर्व एमएलसी नसीब पठान का निधन, मुख्यमंत्री योगी ने जताया शोक
उन्होंने कहा कि सम्मान देने की बात हमारे देशवासियों के संस्कार, संस्कृति एवं धार्मिक मान्यताओं के आधार पर हमेशा रही है। ये सब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में हुआ फिर बीजेपी किस हिन्दू संस्कृति की बात करती है।