फतेहपुर जिले में रविवार को आनलाइन ठगी के शिकार पीड़ितों के कुल 35,000 रूपये साइबर क्राइम सेल द्वारा पीड़ितों के बैंक खाते में वापस कराया गया। खातों में रुपये वापस आते ही पीड़ितों के चेहरे खिल गये और उन्होंने पुलिस टीम का आभार जताया। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह के निर्देश पर साइबर क्राइम सेल की टीम द्वारा लगातार सार्थक प्रयास करते हुये साइबर अपराध के शिकार तीन पीड़ितों के खाते में कुल 35,000 रूपये उनके खाते में वापस कराये गये।
बताते चलें कि, पीड़ित रमाशंकर सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट बारा थाना जाफरगंज को विगत 12 जुलाई को अनजान व्यक्ति द्वारा फोन कर रिश्तेदार होने की बात कहकर फोनपे द्वारा रुपये भेजने के लिज कहा तथा फोन के माध्यम से पैसे भेजने के बजाय पैसे प्राप्त करने का लिंक भेजकर पीड़ित को झांसे में लेकर उसके खाते से दो बार में 12,000 रूपये निकाल लिया। साइबर क्राइम सेल द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए खाते का स्टेटमेंट प्राप्त कर कार्यवाही करते हुये बेनिफिशयरी एयरटेल पेमेंन्ट बैंक के अधिकारियों से पत्राचार करते हुये फ्राड खाते को फ्रीज करवाकर व अन्य दस्तावेज प्रस्तुत कर पीड़ित के आनलाइन ठगी किए पूरे 12,000 रूपये पीड़ित के बैंक खाते में वापस कराये गये।
वहीं, रवि उत्तम निवासी ग्राम कलाना थाना जहानाबाद द्वारा शिकायत की गई कि विगत 11 अगस्त को अनजान व्यक्ति के द्वारा फोन करके झांसे में लेकर पीड़ित के खाते से आनलाइन तीन बार कुल 15,000 में रुपए निकाल लिए थे। आवेदक द्वारा थाना जहानाबाद व साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई जिस पर साइबर क्राइम सेल द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए खाते का वादी के सम्बन्धित बैंक आफ बड़ौदा के शाखा प्रबन्धक से सम्पर्क कर स्टेटमेंट प्राप्त किया गया व जानकारी ली गई। प्राप्त स्टेटमेंट की अवलोकन किया गया तो ज्ञात हुआ कि वादी के साथ फ्राड किये गये रुपयों से फ्लिपकार्ट कम्पनी से सामान खरीदे गये हैं। जिस पर कार्यवाही करते हुये फ्लिपकार्ट कम्पनी से खरीदे गये सामानो को कैन्सल कराकर वादी के खाते में पूरे 15,000 रूपया वापस कराया गया।
इसी प्रकार मोहम्मद अजमेरी पुत्र मोहम्मद शरीफ निवासी बाकरगंज थाना कोतवाली नगर ने शिकायत की कि उनके एचडीएफसी बैंक शाखा सिविल लाइन से विगत 11 अगस्त को सम्बन्धित खाते के एटीएम द्वारा कुल 8000 रूपये निकाल लिये गये, जबकि उनका एटीएम उन्ही के पास था। इसकी जानकारी उन्हें एसएमएस के माध्यम से होने पर तत्काल साइबर क्राइम सेल में अपनी शिकायत दर्ज करायी। साइबर क्राइम सेल द्वारा तत्काल सम्बन्धित शाखा प्रबन्धक व बैंक के नोडल अधिकारियों को पत्राचार कर निकाले गये रुपये के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी व दस्तावेज उपलब्ध कराये गये जिसके तहत बैंक के द्वारा कार्यवाही करते हुये 03 दिन के भीतर पीडित को 08 हजार रूपये पीड़ित के खाते में वापस कराया गया।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी की सम्पूर्ण राशि तीनों पीड़ितों के खातों में वापस करायी जा चुकी है। साईबर क्राइम सेल टीम में प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार पांडेय, कांस्टेबल प्रवीन सिंह, कांस्टेबल नीरज कुमार ने नेतृत्व में पुलिस ने त्वरित कदम उठाते हुए पीड़ितों का पूरा रुपया वापस कराया है।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि फोन पर कभी भी किसी प्रकार के लुभावने आफर प्राप्त करने के लिए कभी किसी को अपने बैंक, खाता, एटीएम नं0, ओटीपी सम्बन्धी जानकारी न शेयर करे। किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा यदि फोन पर पैसे भेजने की बात कहे तो खूब सोच समझ कर ही लेन देन करें व किसी भी अनजान लिंक व वेबसाइट आदि को ओपन न करें, इससे आपको वित्तीय नुकसान उठाना पड़ सकता है। आनलाइन वेबसाइट के माध्यम खरीददारी के लिए भुगतान करते समय पूरी सावधानी बरतें। सम्भव हो तो विक्रेता से पर्सनल मिले बिना लेन देन करने से बचे। अज्ञात काॅलर द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं व कालोनी स्वीकृत किये जाने के नाम पर भी पैसों की मांग किये जाने पर ऐसे व्यक्तियों के खाते में पैसे जमा न करें।तीनों पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक और साईबर क्राइम सेल के कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए त्वरित कार्यवाही की प्रशंसा की है।