• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

45 साल बाद आगरा में बाढ़ के हालात, ताजमहल पर मंडराया खतरा

Writer D by Writer D
19/08/2025
in Main Slider, आगरा, उत्तर प्रदेश
0
The water of Yamuna reached the walls behind the Taj Mahal

The water of Yamuna reached the walls behind the Taj Mahal

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

यूपी के आगरा में यमुना नदी (Yamuna River) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे ताजमहल ( Taj Mahal) पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली और हरियाणा में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना लगातार उफान पर है।

हालात ऐसे हो गए हैं कि यमुना का पानी ताजमहल ( Taj Mahal) के पीछे बनी दीवारों तक पहुंच गया है। पिछले 45 साल में यह पहली बार है जब यमुना का पानी ताजमहल के इतने करीब आया है।

खतरे के निशान की ओर बढ़ रही यमुना

यमुना का जलस्तर 495.5 फीट तक पहुंचने वाला है, जो 2023 की बाढ़ के स्तर के करीब है। 2023 में भी पानी ताजमहल ( Taj Mahal) की दीवारों से टकराया था। यहां का हाई फ्लड लेवल 508 फीट है। संकेत मिल रहे हैं कि जलस्तर अभी और बढ़ेगा।

बढ़ते खतरे को देखते हुए ताजमहल ( Taj Mahal) की सुरक्षा में तैनात CISF ने अपना शिविर पीछे हटा लिया है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को बंद कर दिया गया है।

 40 गांवों में अलर्ट जारी

यमुना के बढ़ते जलस्तर से आगरा और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने एहतियातन आगरा के करीब 40 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को यमुना की तरफ न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। यमुना का पानी खेतों में भी घुस रहा है। 80-85 किलोमीटर दूर तीर्थ स्थल बटेश्वर में भी घाट की सीढ़ियां डूब गई हैं और वहां स्नान करने पर रोक लगा दी गई है।

1978 की भयावह बाढ़ की याद

स्थानीय लोग 1978 की भीषण बाढ़ को याद कर रहे हैं, जब यमुना का जलस्तर 508 फीट तक पहुंच गया था और पानी ताजमहल के गेट तक आ गया था। उस समय कई मंदिर भी डूब गए थे। हालांकि, उतनी बड़ी बाढ़ अब तक नहीं आई है, लेकिन वर्तमान हालात खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं। फिलहाल, पुरातत्व विभाग का कहना है कि ताजमहल को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि इसका निर्माण ऊंचे चबूतरे पर किया गया था और बाढ़ को ध्यान में रखकर ही इसे डिजाइन किया गया था। फिर भी, स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

Previous Post

उत्तराखंड में डायरेक्ट इंजेक्शन जल स्रोत पुनर्भरण योजना का शुभारंभ, जलसंकट से निपटे के लिए ऐतिहासिक पहल

Next Post

देश का डिजिटल डाटा कलेक्शन साइबर अपराध पर लगाएगा लगाम

Writer D

Writer D

Related Posts

Yogi govt will celebrate Maharishi Valmiki Jayanti
उत्तर प्रदेश

7 अक्टूबर को धूमधाम से महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाएगी योगी सरकार

05/10/2025
Viksit UP
उत्तर प्रदेश

योगी पर भरोसे से बढ़ी ‘विकसित यूपी’ की चाह, पहली बार खुलकर अपने सुझाव दे रहे ग्रामीण युवा

05/10/2025
AK Sharma
उत्तर प्रदेश

एके शर्मा ने की ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक, खुले ट्रांसफार्मर और लटके तारों पर जताई कड़ी नाराजगी

05/10/2025
Deepotsav
उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में अयोध्या दीपोत्सव 2025 की तैयारियाँ तेज़

05/10/2025
CM Dhami participated in the Martyrs' Honor Ceremony in Lansdowne
Main Slider

सैन्य धाम अमर आत्माओं का प्रतीक, आने वाली पीढ़ियों को करेगा प्रेरित : मुख्यमंत्री

05/10/2025
Next Post
Seminar on prevention of cyber crime in UPSIFS

देश का डिजिटल डाटा कलेक्शन साइबर अपराध पर लगाएगा लगाम

यह भी पढ़ें

Ban on celebrating election results

हाईकोर्ट की फटकार का असर, नतीजों पर जश्न मनाने पर चुनाव आयोग ने लगाई रोक

27/04/2021
cm dhami

सीएम धामी ने पीएम आवास योजना का किया शिलान्यास

11/06/2022
CM Vishnu Dev Sai

आईआईएम रायपुर के निदेशक ने मुख्यमंत्री साय से की सौजन्य मुलाकात

20/03/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version