नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन पर चीन को बांग्लादेश ने बड़ा झटका दिया है। बता दें कि बांग्लादेश ने चीन के कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल पर पैसा लगाने से इनकार कर दिया है। बांग्लादेश के इस कदम के बाद अब Chinese Vaccine का क्लीनिकल ट्रायल अधर में लटक गया है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से चीनी दवा निर्माता कंपनी सिनोवैक बायोटेक द्वारा अनुरोध की गई फंडिंग से इनकार कर दिया है।
फंड न मिलने तक होगी ट्रायल में देरी
बता दें कि चीनी दवा निर्माता कंपनी सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड ने 24 सितंबर को एक पत्र में कहा था कि जब तक सरकार की ओर से फंड मुहैया नहीं करा दिया जाता, तब तक ट्रायल में देरी होती रहेगी। हालांकि एक समझौते के मुताबिक, दवा कंपनी ही वैक्सीन के ट्रायल के लागत को वहन करने वाली थी।
कंपनी को ही लगाना चाहिए ट्रायल में पैसा
स्थानीय मीडिया ने स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मालेक के हवाले से कहा है कि सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड को अपने पैसे ही ट्रायल चलाना चाहिए, क्योंकि ट्रायल की मंजूरी मांगते वक्त कंपनी ने खुद के पैसे से ट्रायल करने की बात कही थी। इसलिए उन्हें अनुमति दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी देने के बाद देश का काम खत्म हो जाता है।
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इस तरह का कोई भी कॉन्ट्रैक्ट हमारे बीच नहीं हुआ
उन्होंने कहा कि कंपनी ने वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए परमीशन मांगते समय फंडिंग को लेकर कोई बात नहीं की थी। चीनी सरकार और हमारे बीच इस तरह का कोई भी कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो चार हजार 200 वॉलंटियर्स पर क्लीनिकल ट्रायल का संचालन करने के लिए करीब 60 करोड़ बांग्लादेशी टका का खर्च आएगा।
हमें जरुर मिलेगी कोरोना वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मालेक ने जोर देते हुए कहा कि बांग्लादेश को सिनोवैक की कोरोना वैक्सीन मिलेगी, भले ही परीक्षण योजना के मुताबिक बढ़े या न बढ़े। उन्होंने कहा कि हमें जल्द ही वैक्सीन मिलेगी और हम इसे विकसित करने के लिए भारत के साथ सहयोग करेंगे। हम इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद खरीद सकते हैं।