सोनभद्र। राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस ने फर्जी आरटीओ (Fake RTO) अधिकारी व कर्मचारी बनकर धोखाधड़ी कर अवैध तरीके से वसूली करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर निवासी कमलेश मौर्या ने तहरीर देकर बताया कि 15 जुलाई की रात करीब 10.30 बजे अपनी पत्नी रीता देवी के साथ डाला वैष्णो मंदिर दर्शन करने जा रहा था। रास्ते में तीनताली गांव के समीप राजमार्ग पर काले रंग की स्कॉर्पियो खड़ी थी।
उसके बाहर खड़े तीन युवकों ने उनकी बाइक को रोक कर वाहन का कागजात तथा आधार कार्ड आदि प्रपत्र की मांग करने लगे। उसने पूछा कि आप लोग कौन हैं तो एक व्यक्ति खुद को एआरटीओ और दूसरे व्यक्ति ने सिपाही बताया। बोले कि पेपर दिखाओ नहीं तो तुम्हारी गाड़ी का चालान कर सीज कर दीया जाएगा।
कमलेश का कहना है कि उसने अपनी जेब से आधार कार्ड व दो हजार की दो नोट और पांच-पांच सौ की दो नोट एक प्लास्टिक के पैकेट में रखा था निकाल कर दिखाने लगा तो दोनों ने उससे आधार कार्ड व पांच हजार रुपये ले लिया और गाली देते हुए फरार हो गए।
राबर्ट्सगंज कोतवाल दिनेश प्रकाश पांडेय ने पीड़ित की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपितों के खोजबीन शुरू कर दिये।
मंगलवार को राबर्ट्सगंज पुलिस ने इस मामले में हिन्दूआरी ओवरब्रिज के पास से निपराज गांव निवासी तुलसी पटेल, लसड़ा गांव निवासी सिम्पू पाण्डेय व टम्मू विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिए। पुलिस ने तिनो के कब्जे से दो मोबाइल व पांच हजार रुपये नगद बरामद किया है। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया है।