राजधानी की साइबर क्राइम सेल ने बिहार के एक गिरोह का खुलासा किया है। जो विभिन्न कंपनियों के अधिकारी बनकर एजेंसी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं। पुलिस ने इन अभियुक्तों के पास से 30 लाख रुपये कैश और एक चार पहिया वाहन समेत अन्य चीजें मिली है।
साइबर क्राइम सेल प्रभारी मथुरा राय ने खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्त सच्चिदानंद उर्फ बिट्टू, शिवेन्द्र और विवेकानंद उर्फ मुन्ना है। यह सभी बिहार के रहने वाले है।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे लोग विभिन्न कंपनियों के अधिकारी बनकर लोगों को एजेंसी दिलाने के नाम पर फोन करते हैं। उन्हें अपने विश्वास में लेने के लिए कंपनियों की फर्जी वेबसाइड डिजाइन कर वेबसाइड के माध्यम से उन्हें फर्जी दस्तावेज भेजते हैं। जब लोगों को विश्वास हो जाता था तो सिक्योरिटी के तौर पर अपने फर्जी खाते में पैसा जमा करा लेते थे। बाद में अपना फर्जी वेबासाइड, मोबाइल, लैपटॉप और सिम को नष्ट कर देते थे, ताकि वो पकड़े न जा सकें।
साइबर क्राइम सेल ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। वहीं, उसके दो अन्य साथी कन्हैया कुमार और सुमन कुमार उर्फ सोनू की तलाश की जा रही है।