उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के नेताओं पर दर्ज मुकदमे पर बवाल शुरू हो गया है। किसान यूनियन ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को चेतावनी देते हुए कहा कि मुकदमा वापस ले लो, वरना शहर में पैर नहीं रखने देंगे।
दरअसल, तीन दिन पहले बीकेयू के गढ़ सिसौली में बीजेपी विधायक उमेश मलिक की गाड़ी पर बीकेयू कार्यकर्ताओं और किसानों ने हमला बोल दिया था। इस मामले में बीजेपी के द्वारा भौराकलां थाने में 9 नामज़द और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज कराया गया था।
मंगलवार को सिसौली गांव में हर महीने की तरह एक मासिक पंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें जनपद के किसानों और बीकेयू कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया था। इस मंचायत में 5 सितम्बर को होने वाली महापंचायत की रणनीति बनाई गई और बीजेपी विधायक हमले के मामले में दर्ज हुई रिपोर्ट पर भी खूब भाषण बाज़ी हुई।
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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मंच से बोलते हुए केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को चेतावनी देते हुए कहा, ‘बालियान होने के नाते या तो वह इस मामले को निपटा ले, वरना अगर मुंह से एक जुबान भी निकालने की कोशिश की तो शहर में पैर भी नहीं रखने देंगे।’
नरेश टिकैत ने कहा कि आज हम सब कुछ है और जो चाहे वो कर देंगे, इसलिए जिसने रिपोर्ट करी उसे इज्जत से बैठा लो, नहीं तो इस मामले में ये गिरफ़्तारी हो नहीं सकती चाहे जो कर लो। नरेश टिकैत की माने तो उन्होंने संजीव बालियान और उमेश मालिक को गांव में आने से परहेज करने को कहां था, लेकिन वो नहीं माने
नरेश टिकैत ने कहा कि महापंचायत में सब कोई आएगा, कोई किसी की जबरदस्ती नहीं है, किसान हित की बात है, किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं, यह तो जिम्मेदारी है, इसमें कोई दबाव नहीं है, अगर समझौते पर ना मान रहे हो तो उसे खींच कर लाएंगे अगर इतनी जनता के बीच अगर एक सिसौली पर इतनी बात आ रही है।
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भारतीय किसान यूनियन के नरेश टिकैत के बयान से गठवाला खाप के लोग खफा हो गए हैं। गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र मलिक की अध्यक्षता में मंगलवार को एक मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में भाजपा विधायक उमेश मलिक पर हुए हमले की निंदा करते हुए 5 सितंबर को भाकियू की मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत का बहिष्कार किया गया।
इस मीटिंग में 10 दिन के अंदर नरेश टिकैत को अपने बयान को वापस लेने की मोहतल दी गई है। गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र मलिक ने कहा कि 10 दिन के बाद अगर बयान वापस नहीं लिया जाता तो गठवाला खाप सभी 36 बिरादरियों के साथ मिलकर खाप चौधरियों के साथ एक पंचायत करेगा।