कोलकाता। CBI ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में पशु तस्करी मामले में टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल (Anubrata Mandal ) को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने पूछताछ के लिए मंडल को 10 समन जारी किए, लेकिन वे पेश नहीं हुए। जिसके बाद सीबीआई ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और गिरफ्तारी की अनुमति मांगी थी।
बता दें कि दो दिन पहले ही सीबीआई ने अनुब्रत मंडल (Anubrata Mandal) को तलब किया था। अनुव्रत टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष भी हैं और पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं।
सीबीआई ने मंडल को बुधवार सुबह 11 बजे निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय में एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा था। मंडल को ई-मेल के जरिए सूचित किया गया था। हालांकि, उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था और पेश नहीं हुए थे।
इससे पहले मंडल को सोमवार को तलब किया गया था, लेकिन वे सीबीआई मुख्यालय नहीं गए थे। उनके वकील के अनुसार, उन्होंने सीबीआई को मेल करके तारीख बदलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि कोलकाता के एसएसकेएम में चेकअप करवाने जाना है। वहीं, मंडल का इलाज करने वाले मेडिकल बोर्ड ने एक रिपोर्ट में कहा था कि अब उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की कोई जरूरत नहीं है।
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माना जा रहा है कि बंगाल में टीएमसी नेताओं, मंत्रियों और अन्य शीर्ष नौकरशाह केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में आ सकते हैं। सूत्रों की मानें तो कोयला घोटाले में मोलॉय घटक (मंत्री), अनुब्रत मंडल (जिलाध्यक्ष), परेश अधिकारी (शिक्षा घोटाले में एक बार पूछताछ हो चुकी), माणिक भट्टाचार्य (टीएमसी विधायक) का नाम शामिल है। माणिक से कुछ दिन पहले ही ईडी ने एसएससी घोटाले में पूछताछ की थी। पश्चिम बंगाल के शिक्षा सचिव मनीष जैन भी जांच के घेरे में हैं और उनसे एक बार पूछताछ की जा चुकी है।