भारत के मरियप्पन थंगावेलु और शरद कुमार ने मंगलवार को टोक्यो के नेशनल स्टेडियम में पुरुषों की ऊंची कूद के फाइनल में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता। वे दोनों स्पोर्ट क्लास टी-42 में थे।
मरियप्पन थंगावेलु ने 1.86 मीटर की छलांग लगाकर रजत पदक जीता। खेलों में यह उनका दूसरा पदक है, इससे पहले उन्होंने रियो 2016 में स्वर्ण पदक जीता था। इस बीच, शरद कुमार ने 1.83 मीटर के अपने सत्र के सर्वश्रेष्ठ अंक को हासिल करने के बाद कांस्य पदक जीता।
रियो 2016 के रजत पदक विजेता, संयुक्त राज्य अमेरिका के सैम ग्रीवे ने अपने तीसरे प्रयास में सफलतापूर्वक 1.88 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता। एक अन्य भारतीय और रियो 2016 के कांस्य पदक विजेता वरुण सिंह भाटी सत्र के सर्वश्रेष्ठ 1.77 मीटर के साथ सातवें स्थान पर रहे।
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टोक्यो में भारी बारिश के बीच, भारतीय तिकड़ी ने अच्छी शुरूआत की। वरुण सिंह भाटी ने सफलतापूर्वक 1.69 मीटर की छलांग लगाकर अच्छी शुरूआत की। जल्द ही, शरद कुमार और मरियप्पन थंगावेलु ने अगली छलांग से 1.73 मीटर की दूरी तय की।
वरुण भाटी दो असफल प्रयासों के बाद, तीसरे प्रयास में अंततः 1.73 मीटर ऊंचाई तय कर ली। इसके बाद भाटी ने 1.77 मीटर को आसानी से पार कर लिया, लेकिन अंत में 1.80 मीटर की ऊंचाई पार नहीं कर सके।
इस बीच, शरद और मरियप्पन को कोई कठिनाई नहीं हुई। शरद और मरियप्पन ने पहले प्रयास में क्रमशः 1.80 मीटर और 1.83 मीटर की उंचाई पार की। मरियप्पन ने तीसरे प्रयास में 1.86 मीटर ऊंचाई को पार किया। जबकि शरद 1.86 मीटर की ऊंचाई पार करने में नाकाम रहे और तीसरे स्थान पर रहे।
इसके बाद मरियप्पन और यूएसए के सैम ग्रीवे ने अपने तीसरे प्रयास में जल्द ही 1.86 मीटर का निशान पूरा कर लिया,लेकिन इसके बाद मरियप्पन 1.88 मीटर की ऊंचाई तय नहीं कर सके और उन्हें रजत से संतोष करना पड़े।
भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में अब तक 10 पदक हासिल कर लिए हैं,जिनमें 2 स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं। भारत पदक तालिका में 10वें स्थान पर है।