देहारादून। उत्तराखंड (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में बाल विवाह का मामला सामने आया है। जहां एक 12 साल की नाबालिग की दो बार शादी करा दी गई। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्ची गर्भवती (Pregnant) हो गई।
इसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी मिली और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मामला (FIR) दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। असल में राज्य के सीमांत जिलों में गरीबी होने के कारण लड़कियों की शादी कम उम्र में ही कर दी जाती है।
जानकारी के मुताबिक बाल विकास विभाग को एक नाबालिग बच्ची के गर्भवती होने की सूचना मिली थी और इसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, पॉक्सो एक्ट और बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। इस मामले में रविवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि नाबालिग के परिवार में मां, सौतेले पिता और आठ भाई-बहन हैं और जून 2021 में 12 साल की उम्र में उसकी पहली शादी कर दी गई थी। लेकिन पति की पिटाई से परेशान होकर वह अपने मायके वापस आ गई। इसके बाद परिवार के लोगों ने उसकी दूसरी शादी करा दी।
पिछले साल दिसंबर में हुई दूसरी शादी
जानकारी के मुताबिक बच्ची के मायके वापस आने के बाद मां ने दिसंबर 2021 में बच्ची की शादी बेरीनाग के 36 वर्षीय दीपक कुमार के साथ करा दी। बच्ची अब दो महीने की गर्भवती है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में पीड़ित लड़की की मां और पिता को भी आरोपी बनाया जाएगा।
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सीमांत जिलों में बढ़ रहे हैं नाबालिग बच्चियों के शादी के मामले
जानकारी के मुताबिक राज्य के सीमांत जिले में नाबालिग बच्चियों के शादी के मामलों में इजाफा हो रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण राज्य के इन जिलों में बेरोजगारी और गरीबी है। अब तक बेरीनाग इलाके में भी ऐसे ही दो मामले सामने आ चुके हैं और एक दिन पहले ही पुलिस एक नाबालिग की शादी को रोकने में सफल रही है और दूसरे मामले में नाबालिग बच्ची से शादी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर किया है।