बरेली। बरेली में डेंगू (Dengue) अब जानलेवा हो गया है। बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के जिला मिशन प्रबंधक समेत दो लोगों की डेंगू (Dengue) से मौत हो गई। वहीं, डेंगू के 13 नए मरीज भी मिले हैं। 71 डेंगू संदिग्धों के एलाइजा सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। छह दिन में डेंगू के 136 मरीज मिल चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने और इलाज को लेकर अब तक व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया जा सका है।
जिले में 16 डेंगू संदिग्धों की मौत हो चुकी है लेकिन एलाइजा जांच के अभाव में स्वास्थ्य महकमा इसे मानने को तैयार नहीं है। सेटेलाइट बस अड्डे के पास रहने वाले अतुल कुमार राष्ट्रीय आजीविका मिशन में जिला मिशन प्रबंधक थे। चार-पांच दिन पहले उनको तेज बुखार आया था। निजी लैब में जांच कराई तो डेंगू की पुष्टि हुई।
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वह निजी अस्पताल में ही इलाज करा रहे थे। हालत में सुधार न होने पर परिजन मंगलवार को उन्हें दिल्ली ले गए। बृहस्पतिवार सुबह छह बजे अतुल की दिल्ली के मैक्स अस्पताल में मौत हो गई। डॉक्टरों ने मौत का कारण डेंगू के चलते ब्रेन में रक्तस्राव को बताया है।
दूसरी मौत का मामला बिथरी चैनपुर के गांव नवदिया में सामने आया है। गांव के पूर्व प्रधान हरकिशन के बेटे रूपेश पटेल को तीन-चार दिन से बुखार आ रहा था। उनमें डेंगू जैसे लक्षण थे। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार रात रूपेश की मौत हो गई। नवदिया गांव में कई अन्य लोग भी बुखार की चपेट में हैं।