गोरखपुर। सहजनवां ब्लॉक के सोनबरसा बाबू की शांति कल तक लकड़ी का इंतजाम कर चूल्हा जला रहीं थी। आज उन्हें चूल्हे से पूरी तरह निजात मिल चुकी है। अब उनके घर में न धुआं उठता है, न ही उससे घरवाले परेशान होते हैं। उन्हें अब प्रधानमंत्री के उज्जवला योजना का साथ मिल चुका है। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद करती हैं, क्योंकि सीएम योगी की वजह से उन्हें इस अभियान का पूरा लाभ मिला है।
समुदा के कुसुम, पूजा, इसरावती जैसे करीब इस योजना का लाभ लेने वालों की संख्या प्रदेश में डेढ़ करोड़ है। देश में इस योजना की शुरूआत एक मई 2016 से हुई। जब इस योजना का लाभ लोगों को मिलना शुरू हुआ, तो लोगों की तकलीफें दूर होनी शुरू हो गईं। 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद योजना ने पूरी तरह से रफ्तार पकड़ ली। सीएम योगी का सीधा निर्देश था कि इस योजना का लाभ प्रदेश के सभी जिलों में लोगों को मिले। उनके निर्देश का ही नतीजा था कि गोरखपुर में दो लाख 45 हजार 419 लोगों को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन का लाभ मिल चुका है।
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दरअसल, पिछली सरकारों में गैस कनेक्शन को लेकर न सिर्फ मारामारी होती थी, बल्कि गैस की रीफिलिंग भी ब्लैक में होती थी। इस दर्द को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझा था। लिहाजा केंद्र में सरकार बनने के बाद उन्होंने तत्काल उज्जवला योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को निशुल्क गैस कनेक्शन देने की तैयारी की। दो मई 2016 को उन्होंने इस योजना की शुरूआत की। देश में आठ करोड़ नए गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें डेढ़ करोड़ सिर्फ उत्तर प्रदेश के लिए था। जिला पूर्ति अधिकारी आनंद सिंह का कहना है कि इस कनेक्शन के लिए आनलाइन राशनकार्ड की फोटो कापी, घर के सभी सदस्यों का आधार कार्ड लेने के बाद जिस महिला के नाम पर कनेक्शन होना है, उसके बैंक पासबुक की जरूरत होती है। इस प्रक्रिया के बाद सारे कागजात संबंधित गैस एजेंसी को सीधे जमा करना होता है। इसके बाद एजेंसी से उसे कनेक्शन मिल जाता है। इसके लिए गरीबी रेखा के नीचे के लोग पात्र हैं। यूपी को सौर ऊर्जा का बड़ा हब बनाने की तैयारी