नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की निगरानी के लिए दो विशेष व्यय पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) नियुक्त किए हैं। भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की 1982 बैच की पूर्व अफसर मधु महाजन और 1983 बैच के रिटायर्ड आईआरएस अफसर बीआर बालाकृष्णन को आयोग ने विशेष व्यय पर्यवेक्षक बनाया है।
भारत निर्वाचन आयोग ने रविवार को सूचना जारी कर बताया है कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के परामर्श से विशेष व्यय पर्यवेक्षक चुनावी मशीनरी के कार्यों की निगरानी करेंगे।
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ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि मतदाता हेल्पलाइन 1950 के माध्यम से प्राप्त खुफिया सूचनाओं और शिकायतों के आधार पर कठोर और प्रभावी कार्रवाई की जाए। साथ ही ये चुनाव में नकदी, शराब और मुफ्त सामान आदि वितरण कर मतदाताओं को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।
दोनों अफसरों को चुनाव की निगरानी करने का अनुभव है। बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है। 1982 बैच के आईआरएस अफसर मधु महाजन को इससे पूर्व 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान तमिलनाडु और कर्नाटक तथा महाराष्ट विधानसभा चुनाव के समय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। जबकि 1983 बैच के रिटायर्ड आईआरएस अफसर बीआर बालाकृष्णन इससे पूर्व तेलंगाना के हुजूरनगर विधानसभा सीट के उपचुनाव में ऑब्जर्वर रह चुके हैं।