लखनऊ। यूपी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े फैसले लेते हुए सख्ती का संकेत दे दिया है। उन्होंने कहा है कि मास्क न पहने वालों से पांच सौ रुपये जुर्माना वसूला जाए।
योगी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने और मरीजों की निगरानी के लिए एक प्रभावी माॅडल तैयार किया जाए। उन्होंने पीजीआई, केजीएमयू, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशकों व वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम बनाने के निर्देश दिया। साथ ही कहा प्रभावी सर्विलांसिंग के लिए पूरे प्रदेश में एक लाख टीम गठित की जाए।
मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर अधिकारियों व डाक्टरों के साथ बैठक में यह निर्देश दिए। कहा कि बड़े जिलों की प्रभावी निगरानी की जाए। बाजारों कि की बंदी शनिवार व रविवार की बंदी का कड़ाई से पालन किया जाए। साथ ही, इन 02 दिनों में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन के कार्य प्रभावी ढंग से किए जाएं।
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उन्होंने एयरपोर्ट तथा रेलवे स्टेशनों पर मौजूद इन्फ्रारेड स्कैनर्स तथा पल्स ऑक्सीमीटरों को क्लाउड के माध्यम से आपस में जोड़ते हुए ऑनलाइन करने के निर्देश दिए, ताकि इस डेटा का उपयोग कोविड-19 से प्रभावी ढंग से निपटने में किया जा सके।
केजीएमयू के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ वेद प्रकाश ने कहा कि वर्तमान में बारिश की वजह से वायु में नमी आ बढ़ गयी है, जिसके कारण यह संक्रमण बढ़ रहा है। इससे निपटने के लिए सभी को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेन्सिंग का अनुपालन करना आवश्यक है। कोविड-19 के 80 प्रतिशत मरीज एसिम्पटोमैटिक या माइल्ड हैं, जबकि 15 प्रतिशत मरीज माॅडरेट हैं।
इसके अलावा, 05 प्रतिशत मरीज ही सीवियर/क्रिटिकल हैं। एसिम्पटोमैटिक या माइल्ड मरीजों का होम आइसोलेशन किया जाना चाहिए। इस दौरान बुजुर्गों व बच्चों को आइसोलेट किए गए व्यक्ति से अलग रखना चाहिए। यदि ऐसे मरीज की अंतिम रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो भी उसे 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखना चाहिए। कोविड-19 के लक्षणों वाले लोगों की सूचना स्वास्थ्य केन्द्रों पर यथाशीघ्र दी जानी चाहिए।