गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में यूपी के मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने माता दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की विधि-विधान से आराधना की। इस दौरान गोरक्षपीठाधीश्वर ने सभी देव विग्रहों का षोडशोपचार पूजन भी किया। पूजनोपरांत योगी ने गोरखनाथ मंदिर में उनसे मिलने पहुंचे समाज के कई गणमान्य लोगों से उनका कुशलक्षेम पूछा। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने उन्हें भारत माता की छवि भेंट की।
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath offers prayers in Gorakhpur on the occasion of Ashtami during Navaratri pic.twitter.com/yDORlT5baF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 24, 2020
विजयादशमी जुलूस में शामिल होंगे सीएम योगी
रविवार को सुबह अनुष्ठानिक कार्यक्रमों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में दोपहर 12 बजे कन्या पूजन करेंगे। शाम चार बजे विजयादशमी का जुलूस निकलेगा जिसमें परम्परा वेशभूषा में शामिल होकर वह मानसरोवर मंदिर जाएंगे। यहां चल रही रामलीला में वह भगवान राम का तिलक करेंगे।
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बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विजयदशमी के दिन गोरखनाथ मंदिर में न्यायिक दंडाधिकारी की भूमिका में नजर आएंगे। विजयदशमी की देर रात होने वाली पात्र पूजा में नाथ पंथ के संतों के लिए अदालत लगेगी।
अदालत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर संतों की समस्याओं को सुलझाएंगे। पारंपरिक पात्र पूजा नाथ पंथ में अनुशासन बनाने रखने के लिए की जाती है। बता दें कि गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र भव्य रूप में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्र में सीएम योगी नौ दिन तक व्रत रखकर माता की पूजा-अर्चना करते हैं। शारदीय नवरात्र में योगी अपने भवन से बाहर नहीं निकलते हैं। अष्टमी के दिन शस्त्र की पूजा की जाती है।
क्या है नाथ पीठ की परंपरा?
परंपरा है कि गोरक्षपीठाधीश्वर को कलश स्थापना के बाद पूरे नवरात्र अपने आवास में ही निवास करना होता है। हालांकि मुख्यमंत्री पद के दायित्व को देखते हुए योगी आदित्यनाथ के लिए ऐसा करना संभव नहीं, लेकिन वह जब तक मंदिर में रहेंगे अपने आवास से बाहर नहीं निकलेंगे।