हिंदू धर्म में कई तरह महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है वट सावित्री (Vat Savitri) व्रत भी है। इस दिन विवाहित महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। इसके साथ ही इस दिन व्रत भी रखा जाता है। इस बार वट सावित्री व्रत 6 जून 2024, गुरुवार को रखा जाएगा। इस व्रत को करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
वट सावित्री (Vat Savitri) व्रत मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि इस दिन पूजा में किन सामग्रियों की आवश्यकता होती है।
वट सावित्री (Vat Savitri) व्रत तिथि
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल की ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 5 जून को शाम 7.54 बजे शुरू होगी। यह तिथि 06 जून को शाम 06:07 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि को ध्यान में रखते हुए इस बार वट सावित्री व्रत 6 जून 2024 दिन गुरुवार को मनाया जाएगा।
वट सावित्री (Vat Savitri) व्रत सामग्री लिस्ट
वट वृक्ष की डाल, भीगा हुआ काला चना, बांस का पंखा, कलावा या सफेद सूत (हल्दी में रंगा हुआ), मौसमी फल जैसे आम, लीची,तरबूज, अक्षत, धूपबत्ती, फूल (लाल, पीला) और फूलों की माला, पान, सुपारी, गंगाजल, पवित्र जल, आसन, केला का पत्ता, नए वस्त्र (लाल, पीला), मिट्टी का घड़ा, दीप बाती, देसी घी, तांबे के लोटे में गंगाजल मिला जल, सिंदूर, रोली, हल्दी, मिठाई।
वट वृक्ष की पूजा का मंत्र
अवैधव्यं च सौभाग्यं देहि त्वं मम सुव्रते।
पुत्रान् पौत्रांश्च सौख्यं च गृहाणार्घ्यं नमोऽस्तुते।।
यथा शाखाप्रशाखाभिर्वृद्धोऽसि त्वं महीतले।
तथा पुत्रैश्च पौत्रैश्च सम्पन्नं कुरु मा सदा।।