नई दिल्ली। गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में (Morbi Bridge Case) करीब 140 लोगों की मौत होने की त्रासदी पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने शोक जताया है।
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक संदेश में पुतिन ने कहा कि कृपया गुजरात राज्य में पुल ढहने के दुखद हादसे पर हमारी हार्दिक संवेदना स्वीकार करें। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी सहानुभूति और समर्थन है। इसके साथ-साथ हम इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
पोलैंड के विदेश मंत्री ने भी गुजरात के मोरबी पुल ढहने की घटना में हुई लोगों की मौत पर शोक जताया है। पोलैंड के विदेश मंत्री जबिगन्यू राऊ ने गुजरात में मोरबी पुल ढहने की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस शहर का पोलिश-भारतीय संबंधों में एक विशेष स्थान है। पोलिश विदेश मंत्री ने ट्विटर पर कहा कि गुजरात के मोरबी में हुई त्रासदी के लिए भारत के प्रति मेरी गहरी और गंभीर संवेदना है। इस शहर का पोलिश-भारतीय संबंधों में एक विशेष स्थान है।
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मंत्री ने भारत और पोलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों को याद करते हुए कहा कि 1941 में जब द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया था, भारत में कई पोलिश लोगों ने शरण ली थी। जिनमें बच्चे भी शामिल थे। युद्ध के दौरान पोलैंड के लोगों को आश्रय देने से कई देशों ने मना कर दिया था। तब गुजरात में नवनगर राज्य पोलिश लोगों के बचाव के लिए आगे आया। एक छोटी रियासत के महाराजा दिग्विजयसिंहजी रणजीतसिंहजी जडेजा ने उस समय न केवल विश्व युद्ध के कारण फंसे हुए पोलिश लोगों के लिए दरवाजे खोलने के लिए ब्रिटिश सरकार से संघर्ष किया, बल्कि कुपोषित पोलिश बच्चों को भी शरण दी।