सिद्धार्थनगर। व्यापार मण्डल ककरहवा के नगर अध्यक्ष अमन जायसवाल के नेतृत्व में वित्त मंत्री भारत सरकार को सम्बोधित ज्ञापन सीमा शुल्क कार्यालय ककरहवा को देकर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित ककरहवा-कालीदह को व्यापारियों हेतु माल वाहनों के आवागमन हेतु एवं इमिग्रेशन कार्यालय खोले जाने की मांग किया है।
दिए गए ज्ञापन में व्यापारियों ने लिखा है कि ककरहवा बाजार की जनसंख्या लगभग 20 हजार है, ककरहवा बॉर्डर से व्यापार संचालित होने पर सैकड़ों ट्रक गाड़िया जो दिल्ली के तरफ से आती है, सोनौली की अपेक्षा प्रति फेरा लगभग 100 किलोमीटर कम दूरी तय करनी होगी। जिससे हजारों लीटर ईंधन एवं समय की बचत होगी, साथ ही साथ सोनौली मे लगने वाले भीषण जाम से भी निजात मिल जाएगी।ककरहवा पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण यहाँ रोजगार कम है जिसके कारण कुछ लोग अवैध तरीकों से तस्करी के कार्यो में संलिप्त रहते हैं। जिससे सरकार के आर्थिक नुकसान एव समाज मे लोग गलत कार्यों के तरफ आकर्षित होते हैं। ऐसे में यदि ककरहवा-कालीदह बॉर्डर से वैध तरीके से आयात-निर्यात की अनुमति मिल जाय तो उक्त नुकसान से बचा जा सकता है। जिससे रोजगार का भी सृजन होगा तथा गलत कार्यों पर रोक लगाई जा सकती है।
लुम्बिनी जहां भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है वहीं कपिलवस्तु (भारत) भगवान बुद्ध की क्रीड़ा स्थली होने के कारण पर्यटकों के लिए समान महत्त्व रखता है। तीसरे देशों से आये हुए पर्यटक /अनुयायी सोनौली के रास्ते नेपाल में प्रवेश कर लुम्बिनी के लिए जाते हैं तथा कपिलवस्तु (भारत) जाने के लिए उनको पुनः सोनौली के रास्ते वापस भारत में प्रवेश कर कपिलवस्तु जाना पड़ता है। इस पूरी यात्रा में उनको जहां 100 किलोमीटर की यात्रा अतिरिक्त करनी पड़ती है। वहीं यदि ये ककरहवा बॉर्डर से होकर के कपिलवस्तु (भारत) जाना चाहें तो मात्र 20 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। ऐसे में व्यापार मण्डल ककरहवा ने मांग किया है कि जब भी दोनो देशों भारत-नेपाल के बीच इन मुद्दों पर वार्ता हो तो उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, नेपाल के तरफ कालीदह मे पूर्ण भन्सार, इमीग्रेशन एवं प्लांट तथा एनिमल कोरेन्टीन, जबकि भारत में ककरहवा बॉर्डर पर प्लांट तथा एनिमल कोरेन्टीन तथा इमिग्रेशन सुविधा को लेकर सम्बंधित मंत्रालय से वार्तालाप कर उपरोक्त सुविधाएं बहाल कराएं। इस दौरान नगर अध्यक्ष के अलावा, वरिष्ठ महामन्त्री सर्वेश वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष गोरख कसौधन, मीडिया प्रभारी प्रेम कौशल, निजाम जिलानी, सन्दीप अग्रहरि, प्रभुदयाल गुप्ता, अमर जायसवाल, बालमुकुंद जायसवाल, तेज प्रताप जायसवाल, बीपी गुप्ता, रमेश जायसवाल, जय प्रकाश गुप्ता, सन्दीप मद्धेशिया, बृजलाल यादव, सहित व्यापर मण्डल के पदाधिकारी एवं व्यापारी भारी संख्या में मौजूद रहे। इस सम्बंध में सीमा शुल्क निरीक्षक चंद्रशेखर यादव ने बताया कि ज्ञापन व्यापार मण्डल द्वारा वित्त मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्राप्त हुआ है, नियमानुसार ज्ञापन को संबंधित को पहुँचा दिया जाएगा।