Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान, जानें क्या खुला रहेगा, क्या बंद

arvind kejriwal

arvind kejriwal

दिल्ली में बेकाबू होते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली में शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक के लिए वीकेंड कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है।

केजरीवाल गुरुवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक में शहर के कोविड-19 हालात पर हुई चर्चा के बाद वीकेंड कर्फ्यू की घोषणा की है। वीकेंड कर्फ्यू के दौरान मॉल, स्पा, जिम, ऑडिटोरियम आदि सब बंद रहेंगे, लेकिन सिनेमा हॉल 30 प्रतिशत क्षमता के साथ चल सकेंगे।

केजरीवाल ने कहा कि एक साप्ताहिक बाजार को एक दिन में और एक जोन के हिसाब से अनुमति दी जाएगी। साप्ताहिक बाजार में ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। रेस्टोरेंट में अब बैठ कर खाने की इजाजत नहीं होगी, केवल होम डिलीवरी की अनुमति होगी। हम जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों और शादियों के लिए लोगों को कर्फ्यू पास देंगे।


कोरोना पर वार के लिए आगे आया व्यापार मंडल, चेन तोड़ने के लिए बंद होंगे बाजार

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स की कोई कमी नहीं है। अभी 5,000 से ज्यादा बेड खाली हैं, लेकिन मरीजों के चूजी होने से थोड़ी दिक्कत हो सकती है। हमारा प्रयास है कि दिल्ली में सभी मरीजों को इलाज और बेड मिल सकें।

दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस के मामलों में भारी वृद्धि जारी रही और इस दौरान 17,000 से अधिक नए मामले सामने आए तथा 104 और मरीजों की मौत हुई, जबकि एक्टिव केस भी बढ़कर 50,000 के पार पहुंच गए। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को 17,282 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 7,67,438 तक पहुंच गई है, जबकि 9,952 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 7,05,162 हो गई।

भाजपा पार्षद ने गोली मारकर की आत्महत्या, कार में मिला खून से लथपथ शव

राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज आंशिक रूप से घट कर 91.88 फीसदी पर आ गई। इस दौरान 104 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 11,540 पर पहुंच गया। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.50 फीसदी रह गई है। मृतकों के मामले में देशभर में दिल्ली चौथे स्थान पर है।

राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 1,08,534 सैंपल्स की जांच की गई। इसके साथ ही अब तक हुई जांच संख्या बढ़कर 2.30 करोड़ के पार पहुंच गई है। प्रत्येक 10 लाख आबादी पर जांच का औसत 8,34,822 है। इस बीच राजधानी में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर 7,598 पर पहुंच गई है।

Exit mobile version