इस साल अप्रैल माह में वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) का व्रत रखा जाएगा। गुरुवार के दिन पंचांग अनुसार, 24 अप्रैल 2025 को वरूथिनी एकादशी पड़ रही है। मान्यता अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वरूथिनी एकादशी का व्रत रखने के भी कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना आवशक है। वहीं, अगर आप इस दिन व्रत नहीं भी रख रहे हैं तो 24 अप्रैल को इन कामों को करने से बचें। जानें इस दिन क्या करें व क्या नहीं-
वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन क्या करें:
वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन शुभ मुहूर्त में विष्णु भगवान की पूजा करें। इस दिन व्रत न रखा हो तो सात्विक भोजन करने की कोशिश करें। व्रत रखने से पूर्व व्रत रखने का संकल्प जरूर लें। व्रत के सभी नियमों का पालन करें। पारण सूर्योदय के पाश्चात्य करना उत्तम रहेगा। इस दिन भजन-कीर्तन भी किया जाता है।
वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन क्या न करें?
तुलसी- तुलसी की पत्तियां विष्णु भगवान को बेहद प्रिय हैं, जिसके बिना भगवान को भोग नहीं लगाया जाता है। इसलिए वरूथिनी एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियों को न तो स्पर्श करना चाहिए और न ही इन्हें तोड़ना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी जी व्रत रखती हैं। इसलिए इन्हें स्पर्श करने से बचना चाहिए।
मास-मदिरा- वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।
काले वस्त्र- धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, वरूथिनी एकादशी के दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनाए रखने के लिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।
चावल- वरूथिनी एकादशी के दिन चावल का सेवन करने की मनाही है। मान्यता है वरूथिनी एकादशी के दिन चावल का सेवन करने से दोष लगता है।