कोरोना महामारी के बीच संसद का शीतकालीन सत्र इस बार नवंबर के दूसरे हफ्ते में शुरू हो सकता है। संसद के इस शीतकालीन सत्र में सदन की कुल 20 बैठकें आयोजित हो सकती हैं।
संसदीय सूत्रों की मानें तो संसद का ये सत्र करीब एक महीने लंबा हो सकता है। इस दौरान कोरोना वायरस से जुड़े प्रोटोकॉल्स का पालन किया जाएगा।
संसद के सूत्रों की मानें तो शीतकालीन सत्र क्रिसमस से पहले समाप्त हो जाएगा। हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक निर्णय अभी नहीं हुआ है लेकिन संभावना है कि इसकी शुरुआत 29 नवंबर से होगी। संसद का शीतकालीन सत्र का समापन क्रिसमस से पहले 23 दिसंबर तक हो सकता है।
संसद से जुड़े सूत्रों की मानें तो लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही एक साथ आयोजित की जाएगी। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन किया जाएगा।
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संसद भवन में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के लिए हर समय मास्क लगाए रखना अनिवार्य रहेगा। इस दौरान कोरोना टेस्ट भी कराया जा सकता है।
गौरतलब है कि पहले कुछ सत्रों के दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही अलग-अलग समय पर होती थी ताकि संसद भवन परिसर में अधिक लोग एकत्रित न होने पाएं। बता दें कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण पिछले साल यानी साल 2020 में संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही नहीं हुई थी।