नन्हें-मुन्ने बच्चों से बेहद प्यार करने वाले, अपने काफिले को रोककर बच्चों को टॉफियां खिलाने वाले, जिलों में दौरे के कार्यक्रमों में बच्चों को गोदी में उठाकर उनसे उनका हालचाल लेने वाले सीएम योगी काफी संवेदनशील भी हैं।
खासकर बेटियों से उनका लगाव देखने को मिलता है। शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही जनता दर्शन के दौरान हुआ। जब उनके सामने एक लाचार पिता अपनी बेटी के आंखों की रौशनी को वापस लौटाने की गुहार लगाने लगा।
सीएम योगी ने छोटी सी बच्ची के साथ जनता दर्शन में पहुंचे पिता से जब उसकी परेशानी पूछी तो उनसे उसकी पीड़ा देखी नहीं गई। उन्होंने तत्काल आंखों की रोशनी खो चुकी बिटिया को केजीएमसी लखनऊ में भर्ती कराकर उसका इलाज शुरू करने के निर्देश दिये। मामला ग्राम छटनाग झूंसी प्रयागराज निवासी रमाशंकर गिरि का है। जिनकी लाडली बेटी की आंखों की रोशनी चली गई है।
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आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने की वजह से वे अपनी प्यारी बेटी का इलाज नहीं करा पा रहे हैं। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी पीड़ा बताने पर उनको तत्काल राहत मिली। सीएम के आदेश पर उनकी बेटी को केजीएमसी में भर्ती कराने के बाद उसका इलाज भी शुरू कर दिया गया।
त्वरित सहायत मिलने से परेशान पिता रमाशंकर के चेहरे से शिकन दूर हुई और उनके अंदर एक आस भी जगी कि जल्द ही उनकी बेटी की आंखों की रोशनी वापस लौट आएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से किये गये इस सहयोग के लिए उनको बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई मदद को वो कभी भुला नहीं पाएंगे।