रायबरेली। विधानसभा चुनाव के बाद आजम खान (Azam Khan) के समर्थकों ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के खिलाफ लगातार मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में मशहूर शायर मुन्नवर राणा के भाई राफे राना ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने दलील देते हुए कहा कि अगर आजम खान की जगह मुलायम सिंह जेल में होते तो क्या अखिलेश यादव ऐसे ही चुप बैठे रहते?
इस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह की राजनीति को सही ठहराते हुए अखिलेश यादव को मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं किये जाने का आरोप लगाया है। राफे राना का कहना है कि 2022 चुनाव में 99 प्रतिशत मुसलमानों ने उन्हें वोट दिया और उनकी 95 फीसद सीटें मुस्लिम वोटों की बदौलत आई। लेकिन वह वोट बैंक की खातिर मुसलमानों से दूरी बनाए रहे। अंत में उन्होंने कहा कि अभी भी वक्त है,अखिलेश यादव संभल जाएं वरना उनका हाल भी बसपा अध्यक्ष मायावती जैसा ही होगा।
मुस्लिम नेताओं की नाराजगी के बीच अखिलेश यादव ने इफ्तार पार्टी में की शिरकत
योगीराज में खुद को असुरक्षित महसूस करने वाले शायर मुनव्वर राना के भाई राफे राना को भी अब सीएम योगी आदित्यनाथ में सच्चाई नज़र आने लगी है। राफे राना सीएम योगी की इस बात से सहमत हैं कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद आजम खान को जेल से बाहर नहीं देखना चाहते हैं। सपा के कद्दावर नेता और पार्टी में मुस्लिम चेहरे की हैसियत रखने वाले आजम खान के करीबी राफे राना ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर भड़ास निकाली है।
मुसीबत में पार्टी ने छोड़ दिया साथ- कुरैशी
इससे पहले पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हाजी इकराम कुरैशी ने सपा के कद्दावर नेता आजम खान को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने आजम खान के साथ न्याय नहीं किया। आजम खान बहुत बड़ी मुसीबत में हैं और सपा ने ऐसे समय में उनका साथ नहीं दिया। इसलिए उनके मीडिया प्रभारी का जो बयान आया है वो एकदम सही है। इसके साथ ही कुरैशी ने ये भी कहा कि आजम को अब सपा छोड़ देनी चाहिए।