समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से लगाए गए आरोपों पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है। फोन टैपिंग के आरोपों पर योगी ने कहा कि उनकी तरफ से यह कृत्य किए जाते होंगे तो उन्हें यही लगता होगा। रविवार को मथुरा में निकाली जा रही बीजेपी की जन विश्वास यात्रा के दौरान सीएम योगी ने यह जवाब दिया।
सपा नेता अखिलेश के करीबियों पर आयकर विभाग के छापों को लेकर यूपी के सीएम योगी ने कहा, ‘आईटी के छापे एक रूटीन प्रक्रिया के हिस्से होते हैं। उस पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है। यह पहली बार नहीं हो रहा है। ऐसा कांग्रेस के समय में भी होता था। यह आय से अधिक संपत्ति का मामला है। यह कांग्रेस के समय का मामला है, न कि बीजेपी के समय का।’
योगी ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर पांच साल में आपकी संपत्ति 200 गुना बढ़ गई, इसको आप स्वीकार क्यों नहीं कर रहे? उन्होंने कहा कि इनकी बौखलाहट में ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ जैसी बात है।
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वहीं, सपा मुखिया अखिलेश यादव की चुटकी पर यूपी के सीएम ने कहा, ‘योगी तो हमेशा ही उपयोगी होता है। हां, माफियाओं के लिए जरूर अनुपयोगी हूं।’ दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के नए नारे ‘UP+YOGI= बहुत है उपयोगी’ पर अखिलेश ने कटाक्ष करते लेते हुए सीएम योगी को अनुपयोगी करार दिया है।
उत्तर प्रदेश में रविवार को भी समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। आज दोबारा छापेमारी को लेकर एक बार फिर अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर निशाना साधा और कई गंभीर आरोप लगाए। अखिलेश ने कहा कि सरकार उनके नेताओं के फोन टेप करवा रही है, मुख्यमंत्री खुद हर शाम कॉल रिकॉर्डिंग सुनते हैं।