तीन दिन पहले पंजाब में जंडियाला पुलिस की गोली से मारे गये एक युवक के परिजनों ने आज यहां नलोइयां चौक पर युवक के शव के साथ प्रदर्शन किया और संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पुलिस के अनुसार इंद्रजीत को आठ दिसंबर की शाम मानावाला टोल प्लाजा के निकट एक नाके पर चोरी की कार में अमृतसर जाते समय रोकने की कोशिश की गई लेकिन इंद्रजीत ने कार रोकने के बजाय ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की और बचाव में पुलिस ने फायरिंग की जिसमें वह मारा गया। पुलिस ने इंद्रजीत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या के प्रयास) व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
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इंद्रजीत के भाई मनिंदर पाल ने आरोप लगाया कि उनके भाई को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है औैर जंडियाला पुलिस थाने में झूठा मामला दर्ज किया गया है। मनिंदर पाल ने कहा कि इंद्रजीत कार चलाने का काम करता था और एक परिवार के साथ लखनऊ गया हुआ था। उन्होंने दावा किया कि उनके भाई का कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं था।
चौक पर मोहल्ला सलवारा निवासियों के विरोध प्रदर्शन के कारण आज दोपहर करीब तीन घंटे यातायात जाम रहा। धरने में बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के अलावा परिवार को 50 लाख रुपये के मुआवजे व इंद्रजीत की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की।
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अतिरिक्त उपायुक्त हरबीर सिंह ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश की हालांकि इंद्रजीत के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। बाद में उन्होंने शव सिंगरीवाला मुर्दाघर में रखने की बात मानी और अपनी मांगें मानने के लिए 24 घंटे की मोहल्लत दी।