मध्य प्रदेश के झाबुआ में एक भीषण हादसे (Accident) ने 9 लोगों की सांसें छीन लीं। झाबुआ में मेघनगर के करीब बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में सीमेंट से भरा ट्राला ईको वैन पर पलट गया। इससे ईको में मौजूद 9 लोगों की मौत हो गई, वहीं 2 लोग घायल हैं। हादसे के वक्त ईको में कुल 11 लोग मौजूद थे। घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दिल दहला देने वाला ये हादसा (Accident) मंगलवार की रात करीब 3 बजे हुआ। हादसे के बाद मिली सूचना पर इलाके के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान एसपी भी वहां पहुंचे। घयालों को थांदला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। लोग इको में बैठे थे, अचानक सीमेंट का ट्राला उस पर पलट गया और अंदर मौजूद लोगों को हिलने का भी मौका नहीं मिला।
शादी से लौट रहा था परिवार
पुलिस ने बताया कि हादसे (Accident) में जान गंवाने वाले लोग और घायल एक शादी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे। शादी का कार्यक्रम कल्याणपुरा थाना क्षेत्र के मानपुरा गांव में आयोजित था। सभी 11 लोग ईको वैन से वापस लौट रहे थे। उनकी वैन सजेली फाटक के पास निर्माणाधिन पुल के बगल में एक ट्राले से टकरा गई। इसके बाद ट्राला उनकी कार पर पलट गया। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई।
मृतकों में 5 नाबालिग
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के शव को सीएचसी थांदला में रखा गया है। मृतकों में 5 नाबालिग हैं। इसमें शिवगढ़ महुड़ा के रहने वाले मुकेश खपेड़, उनकी बेटी कुमारी पायल और बेटा विनोद की मौत हुई है। वहीं, शिवगढ़ महुड़ा के रहने वाले भारु बामनिया की पत्नी मडीबाई, बेटे विजय, बेटी कुमारी कांता की भी मौत हुई है।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान शिवगढ़ महुड़ा के रहने वाले 40 वर्षीय मुकेश, देवीगढ़ की रहने वाली 35 साल की अकली, शिवगढ़ महुड़ा के रहने वाले 16 साल के विनोद, शिवगढ़ महुड़ा की रहने वाली 12 साल की बच्ची कुमारी पायल, शिवगढ़ महुड़ा की 38 साल की मडीबाई, शिवगढ़ महुड़ा के 14 साल के विजय, शिवगढ़ महुड़ा की 14 साल की कुमारी कान्ता, 9 साल की रागिनी और 35 साल की शवलीबाई के रूप में हुई है। शवलीबाई का शव सीएचसी मेघनगर में रखा गया है।
घायलों के नाम
हादसे में दो लोग घायल हुए। उसमें एक का नाम पायल है। पायल सोमला परमार की बेटी हैं और उनकी उम्र 19 साल है। वो देवीगढ़ की रहने वाली हैं। उन्हें डीएच झाबुआ से दाहोद रेफर किया गया है। वहीं दूसरे घायल की पहचान 5 साल के आशु के रूप में हुई है। आशु रामचंद बामनिया की संतान है। वो शिवगढ़ महुड़ा के रहने वाले हैं।