• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कैसे हुई नागपंचमी की शुरुआत, जानिए इससे जुड़ी खास बातें

Desk by Desk
24/07/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धर्म डेस्क। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। पुराने समय से ही नागों को पूजा की जाती रही है। इसलिए नागपंचमी के दिन नागों की पूजा करने का विधान है। नागपंचमी के दिन वासुकी नाग,तक्षक नाग, शेषनाग आदि की पूजा की जाती है। इस दिन लोग अपने घर के द्वार पर नागों की आकृति भी बनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इससे नाग देवता की कृपा बनी रहती है। और नाग देवता घर की सुरक्षा करते हैं। इस बार नागपंचमी का त्योहार 25 जुलाई शनिवार के दिन मनाया जाएगा। जानते हैं क्यों मनाई जाती है नागपंचमी क्या है इससे जुड़ी खास बातें..

कालसर्प दोष के लिए नागपंचमी का दिन है सर्वोत्तम

जब कुंडली में सारे ग्रह राहु-केतु के बीच में आ जाते हैं तो जातक के कालसर्प दोष लगता है। जिस इंसान की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उसे पारिवारिक जीवन से लेकर व्यापार, नौकरी क्षेत्र में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नागपंचमी का दिन कालसर्प दोष के निवारण के लिए सर्वोत्तम माना गया है।

नागपंचमी के दिन क्यों नहीं करते धरती की खुदाई

पुराणों के अनुसार नागों को पाताल लोक का स्वामी माना गया है। सांपो को क्षेत्रपाल भी कहा जाता है। सांप चूहों आदि से किसान के खेतों की रक्षा करते हैं। साथ ही नाग भूमि में बांबी बना कर रहते हैं इसलिए नागपंचमी के दिन भूलकर भी भूमि की खुदाई नहीं करनी चाहिए।

किन चीजों से की जाती है नागों की पूजा

नागपंचमी के दिन नागों की पूजा में पांच तरह की चीजों का उपयोग किया जाता हैं। धान,धान का लावा(जिन्हें खील भी कहा जाता है) दूर्वा, गाय का गोबर और दूध यो पांच चीजें हैं जिनसे नागदेवता की पूजा करते हैं।

क्यों मनाया जाता है नागपंचमी का त्योहार

जब अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन किया गया तो नाग ने माता की आज्ञा नहीं मानी जिसके कारण उसे श्राप मिला कि राजा जनमेजय के यज्ञ में जलकर भस्म हो जाए। श्राप के डर से नाग घबरा गए और ब्रह्माजी की शरण में गए। ब्रह्माजी ने नागों के इस श्राप से बचने के लिए बताया कि जब नागवंश में महात्मा जरत्कारू के पुत्र आस्तिक उत्पन्न होगें। वही आप सभी की रक्षा करेंगे। ब्रह्माजी ने नागो को रक्षा के लिए यह उपाय पंचमी तिथि को बताया था। आस्तिक मुनि ने सावन की पंचमी वाले दिन ही नागों को यज्ञ में जलने से रक्षा की थी। और इनके जलते हुए शरीर पर दूध की धार डालकर इनको शीतलता प्रदान की थी। उसी समय नागों ने आस्तिक मुनि से कहा कि पंचमी को जो भी मेरी पूजा करेगा उसे कभी भी नागदंश का भय नहीं रहेगा। तभी से पंचमी तिथि के दिन नागों की पूजा की जाने लगी।

Tags: Nag panchami 2020nag panchami kyu manaya jata haiनाग पंचमी कब है 2020नागपंचमी कब हैनागपंचमी किस दिन है 2020
Previous Post

मां-बेटी के हत्यारे का असली चेहरा सामने लाना पुलिस के लिए चुनौती

Next Post

मनुष्य का ये एक गुण जीवन को बना सकता है अच्छा और बुरा

Desk

Desk

Related Posts

Azam Khan
Main Slider

23 महीने बाद खुली हवा में सांस लेंगे आजम खान, सीतापुर जेल से निकले बाहर

23/09/2025
Dhannipur mosque
Main Slider

धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा ADA ने किया रिजेक्ट, जानें पूरा मामला

23/09/2025
CM Dhami
Main Slider

रेवेन्यू सरप्लस की उपलब्धि पर CM धामी ने CAG रिपोर्ट का जताया आभार

23/09/2025
200 people fell ill after eating Kuttu Atta
Main Slider

नवरात्रि में कुट्टू के आटे का कहर, खाते ही 200 लोग बीमार

23/09/2025
Suicide
Main Slider

कैबिनेट मंत्री के सरकारी बंगले में सुसाइड, मचा हड़कंप

23/09/2025
Next Post

मनुष्य का ये एक गुण जीवन को बना सकता है अच्छा और बुरा

यह भी पढ़ें

viral video

जब वृद्ध व्यक्ति ने डॉगी की जान बचाने के लिए घड़ियाल से लिया पंगा

28/11/2020
Max collided with a standing dumper

खड़े डंपर में घुसी तेज रफ्तार मैक्स, तीन महिलाओं की मौत

04/07/2022
Police Encounter

मुठभेड़ में टॉप टेन बदमाश गिरफ्तार

29/04/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version