लाइफ़स्टाइल डेस्क। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और भी मजबूत कर देता है। राखी यूं तो कहने को रेशम की कच्ची डोर होती है लेकिन यह भाई बहन के मजबूत रिश्ते की निशानी होती है। इस डोर से भाई अपनी बहन के प्रति वचनबद्ध होता है। रक्षाबंधन के दिन भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। लेकिन उपहार देते समय ध्यान रखना चाहिए कि हम कैसा उपहार दे रहें हैं कुछ वस्तुएं ऐसी होती हैं जिन्हें उपहार में देना सही नहीं रहता है।
किसी को भी उपहार में नुकीली और धारदार चीजें नहीं देना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र और वास्तु में ऐसी चीजों को उपहार में देना अशुभ माना गया है। इसलिए रक्षाबंधन पर बहनों को भूलकर भी नुकीली चीजें जैसे मिक्सर ग्राइंडर, चाकुओं का सेट, आईना या फिर फोटो प्रेम आदि उपहार में नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही रुमाल भी नहीं देना चाहिए। इससे रिश्तें में दूरी आती है। धन संबंधी नुकसान भी हो सकता है।
कुछ लोग अपनी बहनों को रक्षाबंधन के अवसर में बहन की पसंदीदा चप्पलें या फिर सेंडल उपहार में देते हैं, लेकिन जूते चप्पल देना सही नहीं माना जाता है। इससे बेहतर होगा कि आप अपनी बहन के उपहार में शिक्षा की सामग्री, जैसे कोई सुंदर सी डायरी, पैन या फिर मोबाइल या लैपटॉप आदि चीजें भी उपहार में दे सकते हैं। ज्योतिष में बुध को बहनों का कारक माना गया है। इसलिए शिक्षा से संबंधित चीजें देना शुभ रहेगा।
रक्षाबंधन पर बहन को उपहार स्वरूप उनकी पसंद के वस्त्र भी बहुत अच्छा होता है। वैसे भी महिलाओं को कपड़ों की शॉपिंग करना बहुत अच्छा लगता है। स्त्रियों में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है, और उन्हें खुशी देने से मां लक्ष्मी आपसे भी प्रसन्न होती हैं। लेकिन इस दिन काले और नीले रंग के कपड़े नहीं देने चाहिए।
रक्षाबंधन पर आप अपनी बहन को तोहफे में कपड़े, आभूषण (जैसे नेकलेस सेट, ईयररिंग्स, रिंग) किताबें, म्यूजिक सिस्टम या फिर सोने चांदी के सिक्के आदि तोहफे के रुप में दे सकते हैं। ये तोहफे देना शुभ रहता है। ये चीजें उपहार में देने से भाई बहन के रिश्ते में मजबूती आती है, और धन, वैभव, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।