लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री ने मिलावटी शराब की घटनाओं पर सख्त रवैया अपनाया है। उत्तर प्रदेश में आए दिन जहरीली शराब पीने से लोगों के मरने और बीमार होने की खबरें आती हैं। बता दें कि बुलंदशहर के सिकंदराबाद में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई। इतना ही नहीं इसी क्रम में चार लोगों की हालत नाजुक भी बनी हुई है। मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री योगी ने दोषियों के खिलाफ सख्य कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत, थाना प्रभारी समेत 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड
पांच लोगों की मौत की घटना पर बेहद नाराजगी जताने के साथ ही सभी दोषियों पर रासुका व गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने आबकारी विभाग के साथ अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर हर पीड़ित को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने दोषी डिस्टीलरी के खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई का निर्देश दिया है।
पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान शातिर अपराधी घायल, हत्या के मामले में था वांछित
थाना सिकंदराबाद के गांव जीतगढ़ी में अवैध शराब के सेवन से शुक्रवार को पांच लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग की हालत नाजुक बनी हुई है। इन सभी ने अपने गांव में ही बिक रही शराब खरीदी थी। अभी शराब बेचने वाला कोई भी पकड़ में नहीं आया है। पुलिस और प्रशासनिक टीम गांव पहुंच गई और परिवार से पूरी घटना की जानकारी लेने में जुट गई है।
पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान शातिर अपराधी घायल, हत्या के मामले में था वांछित
बुलंदशहर की इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर बेहद सख्त देखते हुए एसएसपी बुलंदशहर ने सिकंदराबाद थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। थाना प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पुरी को सस्पेंड कर दिया गया है। गांव वालों ने आरोप लगाया है कि शराब माफिया और आबकारी विभाग की साठगांठ से जहरीली शराब को बेचा जा रहा था।