उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के द्वितीय चरण का प्रभाव पहले की अपेक्षा अधिक प्रभावकारी परिलक्षित हो रहा है।
दुनिया भर में मशहूर देहरादून स्थित दून स्कूल और हरिद्वार जिले के रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में विद्यार्थियों और शिक्षकों के संक्रमित होने से यह धारणा और मजबूत हो रही है।
इस वर्ष कोरोना संक्रमण से मंगलवार को सर्वाधिक प्रभावित 791 लोगों में दून स्कूल के कुल 12 छात्र और शिक्षक कोरोना वायरस से प्रभावित पाए गए हैं। देहरादून के जिला अधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशासन स्कूल में स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठा रहा है।
साथ ही, स्कूल प्रशासन भी सभी आवश्यक कदमों और दिशा-निर्देश का पालन सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूल ने महामारी फैलने से रोकने के लिए आवासीय डॉक्टर की देखरेख में अपने सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए कार्य योजना लागू की थी।
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श्री श्रीवास्तव ने बताया कि सभी कर्मचारियों और विद्यार्थियों को अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षण कराया जायेगा। उन्होंने कहा, “टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वालों को क्वारंटीन कर दिया गया है। साथ ही, उनके संपर्क में आने वालों से संपर्क शुरू किया गया है।
इसके अतिरिक्त, रुड़की स्थित आईआईटी में कोरोना संक्रमित छात्रों की संख्या में लगातार वृद्वि होने पर संस्थान प्रशासन ने घर गए छात्रों के लौटने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। यहाँ चार हॉस्टलों को सील किया गया है। यहां अभी तक 72 शिक्षकों और छात्रों में संक्रमण होने की सूचना है।