उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना समेत कई नदियां खतरे से उपर हैं लेकिन राज्य के सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं और कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं और कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है। उन्होंने बताया कि गंगा-कचलाब्रिज बदायूं, बलिया, गाजीपुर, यमुना नदी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर में जबकि बेतवा नदी- बांदा, हमीरपुर में, शारदा नदी पलियाकलॉ खीरी में, क्वानों नदी चन्द्रदीपघाट गोण्डा एवं चम्बल नदी इटावा में खतरे के ऊपर बह रही है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 4.1 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 9.6 मिमी के सापेक्ष 43 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में एक जून से अब तक 411 मिमी औसत वर्षा हई, जो सामान्य वर्षा 426.9 मिमी के सापेक्ष 96 प्रतिशत है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जिलो में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 39 टीमें तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में 1133 नावें लगायी गयी है तथा 409 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा 536 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
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श्री प्रसाद ने बताया कि विगत 24 घंटे में 1230 तथा अब तक कुल 7015 ड्राई राशन किट वितरित करने के साथ प्रभावित इलाकों में 7491 लंच पैकेट तथा अब तक कुल 28028 पैकेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश में 828 बाढ़ शरणालय तथा 976 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 12 अब तक कुल 360 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि इस अवधि में पशु टीकाकरण की संख्या 13744 तथा अब तक कुल पशु टीकाकरण की संख्या 7,24,329 है।