मुंबई पुलिस ने NCP (SP) विधायक रोहित पवार द्वारा फर्जी आधार कार्ड (Fake Aadhaar Card) खुलासे के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। विधायन ने दावा किया कि ट्रंप के नाम का फर्जी आधार कार्ड बनाया गया है और उसका इस्तेमाल फर्जी वोटर रजिस्टर करने के लिए किया जा रहा है। पुलिस ने अज्ञातों के खिलाफ BNS की धाराओं के तहत जालसाजी, पहचान चोरी, गलत जानकारी फैलाने और आईटी एक्ट के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पवार ने 16 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया था कि कैसे एक वेबसाइट पर फर्जी आधार कार्ड (Fake Aadhaar Card) बनाए जा रहे थे और उनका इस्तेमाल फर्जी वोटर रजिस्टर करने के लिए किया जा रहा था। बीजेपी के सोशल मीडिया सेल के सह-संयोजक धनंजय वागस्कर ने यह वीडियो देखा और इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि वागस्कर ने वेबसाइट बनाने वाले, मालिक और इस्तेमाल करने वालों समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। FIR में उन्होंने दावा किया कि इस तरह की गतिविधियों से बीजेपी के खिलाफ गुस्सा और नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक फर्जी वेबसाइट के जरिए फर्जी आधार कार्ड (Fake Aadhaar Card) बनाकर समाज में दो समूहों के बीच गलतफहमी पैदा करने और दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की गई है।
रोहित पवार ने अपने बयान में आरोप लगाया था कि पिछले साल लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति की हार के बाद, मतदाता सूची में गड़बड़ी, फर्जी वोटर रजिस्ट्रेशन और असली वोटरों के नाम हटाने जैसी गड़बड़ियां की हुई थीं। इतना ही नहीं, मरे हुए लोगों के नाम पर फर्जी वोटिंग की गई थी। पावर ने दावा किया कि 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों के बीच 32 लाख वोटर जोड़े गए।









