हाथरस में दरिंदगी की शिकार युवती की मौत से गरमाई उत्तर प्रदेश की सियासत के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यूपी की एक और दलित बेटी हैवानियत का शिकार होकर जिन्दगी की जंग हार गयी। प्रदेश में अपराध सिर चढ़कर बोल रहा है। जंगलराज एवं गुण्डाराज कायम हो चुका है, यह अधिकारी, अपराधी और सरकार के गठजोड़ का भयावह परिणाम है।
उन्होने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि महिलाओं पर पर होने वाले अपराधों में 20 प्रतिशत का इजाफा हो रहा है और लगभग 11 बलात्कार की घटनाएं औसतन प्रतिदिन हो रही हैं। उन्होने राज्यपाल से सीधा प्रश्न करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश की कानून की दुव्र्यवस्था पर चुप क्यों हैं। आखिर महिलाओं पर लगातार हो रहे अत्याचार पर उनका एक भी बयान क्यों नहीं आया। प्रदेश में कोई महिला सुरक्षित नहीं है ऐसे में वह किसके साथ खड़ी हैं- अन्यायी सरकार के साथ या प्रदेश की जनता के साथ।
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श्री लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का वादा किया था उस वादे का क्या हुआ। यह वीभत्स काण्ड योगी सरकार की अपराधी, अधिकारी और सरकार के गठजोड़ का परिणाम है ऐसे में इस पूरे प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर दोषियों को अविलम्ब सजा दिलाये ।
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा‘मोना’ ने कहा कि सरकार का दोहरा चेहरा बेनकाब हो गया है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली इस सरकार के तीन सालों में अन्याय चरम पर पहुंच गया है और निर्भया काण्ड की पुनरावृत्ति हुई है। उन्होने कहा कि वह इस घटना को लेकर सड़क से सदन तक लड़ेंगी और पीड़िता को न्याय दिलायेंगीं।
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उन्होने घटना की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराये जाने की मांग के साथ ही साथ पीड़ित परिजनों को 50 लाख रूपये आर्थिक अनुदान देने तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराकर दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाये जाने की मांग की।