उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण में कमी को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। प्रदेश में कक्षा 6 से 8 तक की ऑफलाइन क्लासेज़ 23 अगस्त से खुलेंगी जबकि कक्षा 1 से 5 तक के लिए स्कूल 01 सितंबर से खोले जाएंगे।
स्कूल खोलने के फैसले के साथ ही यह घोषणा भी की गई है स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी और अगर कोविड की स्थिति बिगड़ती है तो स्कूल फिर से बंद हो सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने यह बात शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के सदस्य ध्रुव कुमार त्रिपाठी के एक सवाल का जवाब देते हुए राज्य विधान परिषद से कही। उन्होंने कहा, “बेसिक एजुकेशन में स्कूलों में अटेंडेंस अनिवार्य नहीं है। हमने कक्षा 9 से 12 तक के लिए भी उपस्थिति अनिवार्य नहीं की है।” राज्य में अभी ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी।
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उन्होंने आगे कहा, “अभिभावकों, शिक्षकों और राजनीतिक संगठनों ने भी कहा है कि ऑफ़लाइन शिक्षा शुरू की जानी चाहिए, भले ही वह छोटी अवधि के लिए ही क्यों न हो। यूपी में, वर्तमान माहौल पर्याप्त रूप से सुरक्षित है, लेकिन अगर किसी कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति जरा भी बिगड़ती है, तो हम स्कूलों को दोबारा बंद कर सकते हैं।”
ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से यह भी पूछा कि क्या शिक्षकों और 18 वर्ष से कम उम्र के छात्रों के टीकाकरण की कोई व्यवस्था है। सपा सदस्य शत्रुद्र प्रकाश ने भी मंत्री से पूछा कि क्या छोटे बच्चों का बिना टीकाकरण के स्कूल जाना सुरक्षित है।
इसपर शिक्षामंत्री ने जवाब दिया कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टीका अभी उपलब्ध नहीं है, लेकिन सितंबर तक इसके उपलब्ध होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि टीका उपलब्ध होने के बाद बच्चों को टीका लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।