रामपुर (मुजाहिद खां)। सीतापुर जेल में बन्द सपा सांसद मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम ने आज़म खान के शहर विधानसभा क्षेत्र में पहली नुक्कड़ सभा को सबोधित किया।
नालापार मोहल्ले में आयोजित नुक्कड़ सभा में अब्दुल्लाह आज़म ने कहा कि उनके नेता आजम खान के साथ वो हुआ है जो आजाद हिंदुस्तान में आज तक किसी और के साथ उस दर्जे का जुल्म नहीं हुआ। कहा यहां मौजूद भीड़ तो है लेकिन इस बात का एहसास है कि आजम खान यहां से 300 किलोमीटर दूर 8 बाई 8 की कोठरी में तो मौजूद हैं लेकिन उनका दिल यहीं है। जो तहरीक आज से 40 साल पहले उन्होंने शुरू की थी वो तहरीक हमेशा जिंदा रहेगी।
कहा मीडिया ने जब भी सवाल पूछा कि आजम खान नहीं है तो चुनाव कैसे जीतोगे तो कहा एक शख्स को जेल में डाल कर रामपुर वालों से दूर कर दोगे लेकिन जो मोहब्बत जो अपनापन रामपुर वालों से है वह कैसे दूर कर दोगे। सिर्फ इस बात की सजा कि एक शख्स आपके आगे सर झुकाने को तैयार नहीं है उसे फना कर दोगे आप। पूरे शहर को पूरे जिले को जंग का मैदान बना दोगे, उसकी नफरत में बेगुनाह लोगों को फर्जी मुकदमों में जेलों में डाल दोगे। वो हालात बना दोगे कि लोग अपने घरों से सड़कों पर निकलने से डरने लगें कि घर से निकले तो पुलिस उठा लेगी।
कहा बहुत सी सरकारे आई और गईं लेकिन ऐसा इंतेकाम, ऐसा बदला एक ऐसे इंसान से जिसके ऊपर जिसके परिवार पर पूरी जिंदगी में एक मुकदमा नहीं हुआ हो वह भूमाफिया हो गया वो भैंस, बकरी, मुर्गी, पायल, मिट्टी चोर हो गया। शराब की बोतले चुराने लगा। उसके बाद भी दिल नहीं भरा है अभी तक। बेगुनाह लोगों पर गुंडा एक्ट लगाना रेड कार्ड देना मुचलके भेजना रामपुर वालों का अपहरण करना।
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कहा कहना चाहता हूं रामपुर प्रशासन से और जो अधिकारी रामपुर से दूर होकर भी रामपुर का चुनाव लड़ा रहे हैं, कहता हूं कि इतनी दिलचस्पी है रामपुर के चुनाव से तो ऐलान करो कि रामपुर का चुनाव प्रशासन और पुलिस, पुलिस बनाम समाजवादी पार्टी होगा। लेकिन याद रखना कि यह वह रामपुर शहर है जहां से दो बार प्रधानमंत्री विधानसभा चुनाव में आजम खान के खिलाफ आए थे जिनका सिक्का चलता था कांग्रेस का नारा लगा आजम बनाम वजीरे आजम तब भी चुनाव आजम जीता था और वज़ीर ए आजम हारे थे। यह वह शहर है। आपने अपनी अना के खातिर पूरे जिले को जंग का मैदान बना दिया।
एक बच्चों का स्कूल 5 साल 6 साल के बच्चों को आपने स्कूल खाली कराकर उनके सिरो पर कुर्सियां और बैग रखवाए न छोटा बच्चा यह तो जानता नहीं कि सियासत क्या है और किस बात का बदला है। आपने उस बच्चे के सर पर कुर्सी और बैग रखवा दिया बच्चों के पढ़ने की यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर चलवा दिया, बहुत बहादुरी का काम किया है आपने पूरी यूनिवर्सिटी को छावनी बना कर उसकी तलाशी ली बहुत अच्छा काम किया, याद रखेगी दुनिया।
कोई आपको हमदर्द नहीं कहेगा। कहा दुनिया उनको भी याद रखेगी जिन्होंने मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को बनवाने में सहयोग किया और दुनिया उनको भी याद रखेगी जिन्होंने इस तालीमी इदारे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब्दुल्लाह आज़म ने कहा कि नौजवानों हम वो बदनसीब हैं जिन्होंने दोहरी मार बर्दाश्त की।
हम वो बदनसीब है कि देश 90 साल पहले आजाद हो गया होता हम वह बदनसीब है और आजादी के बाद भी यह लोग सियासी तौर पर आप पर मुसल्लत रहे सड़कें नहीं बनवाई स्कूल नहीं बनवाए। कहा पहली मीटिंग में बात कही थी कि स्वार में कुछ कमी बाकी रह गई थी इस बार दो फिल्में बनी है एक पुरानी एक नई है और दोनों को पिक्चर हाल भी मिल गए कहां-कहां चलानी है। कहा मेरे पीछे और आगे पुलिस की एक एक गाड़ी चलती है और ऐलान करती है कोई मिलेगा तो मुकदमा दर्ज कर दिया जाएगा। यह सब मण्डल में बैठे अधिकारी करा रहे हैं।
नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता नज़ाकत खान ने की जबकि संचालन सपा के नगर अध्यक्ष आसिम राजा ने किया। इस मौक़े पर सपा नेता आसिम खान, मोइन पठान, मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान शानू ने भी सम्बोधित किया।