लखनऊ| बीएड अभ्यर्थियों को सप्ताहिक लॉकडाउन से परेशान होने की जरूरत नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश जारी कहा है कि अभ्यर्थियों को आने-जाने की पूरी छूट मिलेगी। इसके लिए प्रवेश पत्र दिखाना होगा। छात्रों को असुविधा न हो इसके लिए सभी सार्वजनिक निजी यातायात जैसे टेंपो, टैक्सी, ओला, उबर, प्राइवेट व सरकारी बसें 08 व 09 अगस्त को चलाने की अनुमति दी गई।
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बता दें, 9 अगस्त को होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा में प्रदेश भर में करीब 4.32 लाख अभ्यर्थियों का शामिल होना प्रस्तावित है। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी लखनऊ विश्वविद्यालय के पास है। हाल में ही जारी किए गए प्रवेश पत्र में केन्द्र काफी दूर बना दिए गए हैं। अभ्यर्थियों को 200-250 किलोमीटर का सफर तक करना पड़ेगा। इसको लेकर काफी नाराजगी भी है।
कुलपति का दावा है कि प्रत्येक परीक्षार्थी के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए प्रत्येक परीक्षा-केंद्र पर परीक्षा-कक्षों तथा फर्नीचर इत्यादि को सेनेटाइज कराने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रत्येक परीक्षार्थी/कक्ष निरीक्षक एवमं परीक्षा से सम्बंधित हर व्यक्ति का इंफ्रारेड थर्मामीटर द्वारा शारीरिक तापमान मापने के साथ ही मास्क लगाकर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश देने की व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत प्रत्येक परीक्षा केंद्र में सेनिटाइजर, हैंड वाश आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है । प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया के पर्यवेक्षण के लिए एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की गई है जो इस कार्य के लिए उत्तरदायी होंगे । अभ्यर्थियों के उंगलियों के चिन्ह लेने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी के लिए अलग डिस्पोजेबल स्ट्रिप की भी व्यवस्था की गई है ताकि किसी को दूसरे की स्पर्श की गई स्ट्रिप न छूनी पड़े ।
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दावा है कि पूरे प्रदेश के अभ्यर्थियों को अनावश्यक यात्रा करने से बचाने के लिए, अभ्यर्थियों को उनकी पसंद के परीक्षा केंद्र के निकटतम जनपद को दोबारा चयनित करने की ऑनलाइन सुविधा दी गई थी। यथा संभव परीक्षार्थियों को उनके द्वारा दिये गए विकल्पों के जनपद (प्रयागराज आदि कुछ जनपदों को छोड़कर) में ही परीक्षा केंद्र आबंटित किए गए हैं।