हिंदू धर्म में दशहरे का त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन को विजय दशमी भी कहा जाता है क्योकि मां दुर्गा ने इसी दिन राक्षस महिषासुर का वध किया था. दशहरे (Dussehra) का त्योहार हर साल अश्विवन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इस पर्व को धर्म की अधर्म की जीत के रूप में उत्साह के साथ मनाया जाता है.
दशहरा (Dussehra) कब है?
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस आश्विन माह की दशमी तिथि की शुरूआत 12 अक्टूबर, सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर होगी और 13 अक्टबर को सुबह 9 बजकर 08 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार, इस साल शनिवार 12 अक्टूबर को दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा.
रावण दहन 2024 का शुभ मुहूर्त
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, रावण दहन प्रदोष काल में किया जाता है. पंचांग के अनुसार, 12 अक्टबर को रावण दहन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 53 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा.
दशहरा (Dussehra) शस्त्र पूजा का शुभ मुहूर्त
दशहरे (Dussehra) के दिन शस्त्र पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत दोपहर 2 बजकर 3 मिनट से लेकर 2 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. इसके हिसाब से इस साल पूजा करने के लिए 46 मिनट का समय मिलेगा.
दशहरा (Dussehra) को करें इन मंत्रों का जप
राम ध्यान मंत्र
ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम , लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम !
श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे , रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः !
श्री राम गायत्री मंत्र
ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धीमहि तन्नो रामः प्रचोदयात् ॥
राम मूल मंत्र
ॐ ह्रां ह्रीं रां रामाय नमः॥
दशहरा (Dussehra) का महत्व
हिंदू धर्म में दशहरा (Dussehra) का विशेष महत्व है. इस दिन को असत्य पर सत्य की जीत यानी बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. इस दिन मांगलिक कार्य जैसे किसी नए काम की शुरुआत करना, वाहन आभूषण आदि सामान खरीदना शुभ माना जाता है.