बलिया। बारह वर्षीय बालक का अपहरण कर पच्चीस लाख की फिरौती मांगने वाले पांच बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें तीन महिलाएं भी हैं। पुलिस ने पांच दिन बाद अपहृत बालक को भी बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने सफलता पाने वाली टीम को पच्चीस हजार का इनाम दिया।
एसपी राजकरन नय्यर ने मंगलवार को सिकन्दरपुर थाने पर पत्रकारों को बताया कि 21 जनवरी को कैलाश चन्द्र प्रसाद ने लिखित सूचना दिया था कि उनका बारह वर्षीय बेटा कृष्णा सोनी 20 जनवरी की शाम सात बजे दुकान से घर लौटा था। इसके बाद घर से निकल गया और वापस नहीं आया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। घटना की गम्भीरता को देखते हुए फौरन पांच टीमों का गठन किया गया। पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ अखिलेश कुमार स्वयं इस मामले की निगरानी कर रहे थे।
एसपी ने कहा कि जिले की पुलिस ने आसपास के सभी जनपदों और पड़ोसी राज्यों में भी संदिग्धों की जांच की गयी। इस बीच अपहृत को छोड़ने के एवज में बदमाशों द्वारार फिरौती की मांग की जाने लगी। पुलिस में तकनीक का सहारा लेते हुए पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
जिनमें लालू उर्फ रमन यादव पुत्र रामअवध यादव निवासी मनसई करौंदी नरायनपुर थाना मधुबन मऊ, गुड़िया रामअवध यादव निवासी मनसई करौंदी नरायनपुर थाना मधुबन मऊ, बबिता रामअवध यादव निवासी मनसई करौंदी नरायनपुर थाना मधुबन मऊ, शीला पुत्री रामअवध यादव निवासीगण मनसई करौंदी नरायनपुर थाना मधुबन मऊ और संजय उर्फ अटल सोनी पुत्र भरत जी सोनी निवासी मिल्की कस्बा सिकन्दरपुर शामिल हैं।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, दो मोबाइल और दी सिमकार्ड भी बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक ने इस घटना का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार का नकद इनाम और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की। सफलता पाने वाली पुलिस टीम में सिकन्दरपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश प्रसाद यादव, प्रभारी निरीक्षक थाना उभांव अविनाश सिंह, एसओजी प्रभारी अजय यादव, एसओ नगरा संजय सरोज और एसआई मुरारी मिश्र शामिल थे।