लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी संगठित एवं असंगठित 3 करोड़ 81 लाख कामगारों एवं निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता दिया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भत्ता देने की योजना के प्रथम चरण में लगभग 1.50 करोड़ कामगारों को भरण-पोषण भत्ता व हितलाभ की 500 रुपए प्रतिमाह की दर से दो माह की धनराशि ऑनलाइन ट्रांसफर की।
सीएम योगी ने डेढ़ करोड़ कामगारों के खाते में भरण पोषण भत्ता भेजने के तहत रेहड़ी, खोमचा लगाने वाले, रिक्शा, ठेला चालक, नाई, धोबी, दर्जी, मोची, फल और सब्जी विक्रेता आदि कामगारों को भरण-पोषण भत्ता दिया। राज्य सरकार की योजना के मुताबिक, इन श्रमिकों व कामगारों को एक माह के लिए 1,000 रुपये का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया।
उत्तर प्रदेश पहला राज्य था, जिसने श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडरों, रिक्शा चालकों, कुलियों, पल्लेदारों आदि को भरण-पोषण भत्ता ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया था।
बाद में कई राज्य सरकारों ने इसे अपने राज्यों में भी लागू किया था। इसके तहत यह निर्णय लिया गया था कि संगठित क्षेत्र के श्रमिकों को दो बार तथा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को एक बार भरण-पोषण भत्ता दिया।