बिहार के मुजफ्फरपुर ज़िले में लगातार बढ़ रहा कोरोना संक्रमण के बीच जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में बन्द हो गया टीकाकरण केंद्र।कोविड वैक्सिनेशन का कार्य सिर्फ इस लिए बाधित हुआ है कि जिले में अब वैक्सीन की स्टॉक ही समाप्त हो गई है।
बीते तीन दिनों से जिले के सभी 16 प्रखण्ड के ग्रामीण इलाकों में कोरोना टीका नही पड़ रही है। ताजा आकड़ो के अनुसार जिले में अब एक्टिव केसों की संख्या 479 हो चुकी है और कोरोना से जिले में अबतक 103 लोगों की मौत हो चुकी है ।
इस बाबत पूछे जाने पर मुज़फ़्फ़रपुर के सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि हम कुछ नही बोल सकते यह भारत सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक आता है।सरकार के पास प्रचुर मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है सरकार की मन्सा है कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन पड़े ।
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अभी शहर में नौ केंद्र पर टीका की व्यवस्था है हमलोग का टारगेट है कि तीस हजार लोगों को टीका दे और अगर एक ही हजार को टीका लगा तो बाकी लोग कहेंगे ही न कि हमको नही पड़ा हमको नही लगा । एक ही चीज़ को बार बार कहना ठीक नही है।
सवाल उठता है कि जिस तरह से सिविल सर्जन का कहना है कि टारगेट 30 हजार लोगों को टीका देना है तो क्या मुज़फ़्फ़रपुर की जनसंख्या महज 30 हजार ही है या फिर कहा जा सकता है कि प्रशासनिक व्यवस्था में कमियों के कारण अचानक खत्म हो गया वैक्सीन वह भी तब जब बाहरी मजदूरों का अपने घर वापसी सुदूर प्रदेशों से शुरू हुआ है।
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इससे साफ जाहिर है कि आने वाले समय मे मुज़फ़्फ़रपुर में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति कैसी होगी भगवान ही मालिक है।बरहाल देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन कितनी जल्द टीकाकरण की व्यवस्था कर पाती है।