उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने महिलाओं का आह्वान किया कि समाज में दहेज प्रथा, बाल-विवाह के विरूद्ध आगे बढ़कर कार्य करें।
श्रीमती पटेल आज यहां पुलिस लाईन के सांई काम्प्लेक्स में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी, ओडीओपी के उद्यमियों, प्रगतिशील कृषक एवं कृषक उत्पादक संगठन, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन एवं रेड क्रास सोसाइटी से सम्बन्धित अधिकारियों व स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते कर रही थी। उन्होंने कहा कि महिलायें समूह बनाकर स्वयं बचत करें तो आजीविका मिशन के माध्यम से सरकार द्वारा भी आर्थिक मदद दी जायेगी, जिससे वह रोजगार कर सकती है और आगे बढ़ सकती हैं।
उन्होंने कहा कि समाज में दहेज प्रथा, पर्दा प्रथा, मद्यपान, बाल-विवाह के विरूद्ध महिलाओं को आगे बढ़कर कार्य करना चाहिये, महिलाओं व बच्चों को अच्छे संस्कार दें। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा भी इस कार्य में महिलाओं का सहयोग करना चाहिये।
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राज्यपाल ने महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि समाज की चिन्ता न करें, वे सही दिशा में काम कर रही हैं और उनके परिवार की आय में बढ़ोत्तरी हो रही है। तो कुछ दिन बाद यही समाज आपको सम्मान देगा। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को यह भी सुझाव दिया कि गांवों में 11-11 महिलाओं की सुरक्षा समिति बनायी जाये, जिसे पुलिस विभाग द्वारा परिचय पत्र जारी किया जाये और इस महिला समिति द्वारा गांवों में होने वाली घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, दहेज उत्पीड़न, बाल-विवाह, पर्दा प्रथा, मद्यपान आदि सामाजिक बुराईयों को रोककर सामाजिक परिवर्तन का कार्य किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि डरो मत, थको मत और प्रगति के रास्ते पर निरन्तर आगे बढ़ते रहो।
उन्होंने राष्ट्रीय क्षय रोग कार्यक्रम एवं रेड क्रास सोसाइटी के सदस्यों से बात कर उन्हें रेड क्रास सोसाइटी को सक्रिय करने का सुझाव दिया तथा टीबीरोग के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जिले में टीबी ग्रस्त मरीजों को गोद लिया जाये और उन्हें चना, गुड़, मूंगफली एवं मौसमी फल दिया जाए, इससे वह शीघ्र स्वस्थ्य हो सकेंगे।
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श्रीमती पटेल ने किसानों की आय बढ़ाने तथा खेती को लाभप्रद बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि युवाओं को कृषि यन्त्र उपलब्ध कराकर उन्हें रोजगार दिया जा सकता है। उन्होंने जैविक खेती पर जोर दिया और रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि किसान अन्नदाता हैं, वह अनाज उगाते हैं और प्रधानमंत्री का कहना है कि वे अपनी फसल की कीमत किसान स्वंय तय करें ताकि उनकी उपज का वास्तविक मूल्य मिले। भारत सरकार की मंशा है कि हमारे किसान सशक्त एवं समृद्ध हो। एफपीओ का गठन इसी दृष्टि को लेकर ही किया जाता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना ओडीओपी के उद्यमियों एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के लाभार्थियों से बात कर उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी आवास लाभार्थियों को बिजली एवं उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन, पेयजल, शौचालय आदि की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
इस मौके पर राज्यपाल ने प्रतापगढ़ में स्थित माँ बेल्हा देवी मन्दिर में पूजा एवं अर्चना भी की।
प्रतापगढ़ के पुलिस लाईन के सांई काम्प्लेक्स में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) शत्रोहन वैश्य, मुख्य राजस्व अधिकारी इन्द्र भूषण वर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।