लखनऊ। बंदरों के आतंक से शहर के साथ-साथ ग्रामीण वाले भी काफी परेशान हैं। अक्सर बंदरों के काटने और तहस-नहस करने की खबरे मिलती रहती हैं।
निगोहां के एक गांव में मंगलवार दोपहर छत पर बंदरों का झुण्ड आ गया। उसने एक युवती को काट लिया। उसे बचाने के लिए पहुंची बुजुर्ग महिला बंदरों के खौफ से नीचे गिरकर बेहोश हो गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
निगोहां के अघाईया गांव निवासी रेखा परिवार के साथ रहती हैं। पुलिस के मुताबिक, उन्नाव के मौरावां हरदी गांव निवासी रुपा (80)अपनी बेटी रेखा के घर आई थी। मंगलवार दोपहर रेखा की बहू दीपा छत पर कपड़े सुखाने के लिए गई थी। इसी बीच बंदरों का झुण्ड आ गया।
घर में घुसकर किशोरी से दुराचार का प्रयास करने वाला गिरफ्तार
दीपा की चीख पुकार सुनकर पति अनिल आया। उसने बंदरों को भगाने की कोशिश की। लेकिन तादाद अधिक होने के कारण अनिल भी पीछे हट गया। इसी बीच एक बंदर ने दीपा को काट लिया।
चीख पुकार सुनकर बुजुर्ग महिला दौड़ी
छत पर बंदरों का झुण्ड और चीख-पुकार सुनकर रेखा सीढिय़ों से छत पर पहुंची। इसी बीच उनके पीछे रुपा भी पहुंच गई। बंदरों के झुण्ड ने उन लोगों को दौड़ाया। जिससे अनियंत्रित होकर रुपा पहली मंजिल से अनियंत्रित होकर नीचे गिर गई। वह लहूलुहान हो गई। घरवालों ने आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। कई बार शिकायत के बावजूद जिम्मेदार उनकी मदद के लिए नहीं पहुंचे।