कानपुर। मुंबई के सटोरिये को ऑनलाइन ठगी के लिए सॉफ्टवेयर बेचने वाले इंजीनियर को मुंबई क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम ने बिठूर के एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार (Engineer arrested) कर लिया। पुलिस ने उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल जब्त किया है। पुलिस इंजीनियर से पूछताछ कर गिरोह से जुड़ी अन्य जानकारियों भी हासिल करने का प्रयास कर रही है।
एसटीएफ शहर इकाई के प्रभारी निरीक्षक लान सिंह ने बताया कि एसएसपी एसटीएफ के माध्यम से मिली एक सूचना के आधार पर पड़ताल शुरू की गई थी। यह जांच मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुरोध पर की गई थी, जिसमें मुंबई में ऑनलाइन लॉटरी गिरोह के एक सदस्य के शहर में होने की जानकारी दी गई थी। इस संबंध में मुंबई में मुकदमा दर्ज है। जांच के बाद डीसीपी मुंबई क्राइम ब्रांच और एसटीएफ फील्ड इकाई की टीम ने गुलमोहर ग्रींस अपार्टमेंट के फ्लैट 1002 में छापा मारकर यहां रहने वाले लव गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में लव ने बताया कि वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसने गोपाल शेट्टी के लिए सॉफ्टवेयर डिजाइन किया था, जो ईगल इंटरप्राइजेज नाम से मुंबई में कंपनी चलाता है। सॉफ्टवेयर को गो-डैडी डॉट काम से डोमेन लेकर गोपाल शेट्टी को 16 लाख रुपये में बेच दिया था। एसटीएफ के मुताबिक गोपाल शेट्टी ने उस सॉफ्टवेयर के माध्यम से लिंकदेकर काफी संख्या में अवैध ऑनलाइन लॉटरी के वेंडर तैयार किए। बाद में इनके जरिये महाराष्ट्र व मुंबई में सैकड़ों लोगों से धोखाधड़ी करके करोड़ों की ठगी की। लव गुप्ता साफ्टवेयर को डिजाइन करने के साथ-साथ उसका मेंटेनेंस भी करता था।
अमित शाह की सुरक्षा में बड़ी चूक, TRS नेता ने काफिले के आगे लगाई कार
इसके बदले उसे मोटा कमीशन मिलता था। मुंबई क्राइम ब्रांच ने आरोपी को बिठूर थाने में रखा है। अदालत में ट्रांजिट रिमांड के लिए कार्रवाई शुरू की गई है ताकि उसे मुंबई ले जाया जा सके।
लव ने बताया कि वह एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। कोरोना काल के दौरान वह वर्क फ्रॉम होम पर घर आया हुआ था। इस बीच गोपाल शेट्टी ने उसे कॉल कर एक सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कहा था। जिसके एवज में उसने शेट्टी से 16 लाख रुपये लिए थे।