नई दिल्ली। बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान में खेले गए टेस्ट मैच में टीम इंडिया (Team India) की करारी हार हुई है। इंग्लैंड (England) ने चौथी पारी में 378 रनों का स्कोर हासिल कर रिकॉर्ड जीत दर्ज की है और पांच मैच की सीरीज़ को 2-2 से बराबर कर दिया है। 15 साल के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतने का जो सपना सजाए हुए भारतीय टीम एजबेस्टन में पहुंची थी, वह अब चकनाचूर हो गया है।
378 रनों का पीछा करने उतरी इंग्लैंड के लिए जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने कमाल की पारियां खेली। दोनों ने यहां पर शतक जड़ा और टीम इंडिया को आखिरी दिन जीत के लिए जो 7 विकेट चाहिए थे, उसमें एक भी सफलता नहीं मिलने दी। जो रूट ने 142 और जॉनी बेयरस्टो ने 114 रनों की पारी खेली।
दोनों की धुआंधार पारियों के दम पर इंग्लैंड ने सिर्फ 77 ओवर में ही 378 का टारगेट पा लिया, इस दौरान इंग्लैंड का रनरेट करीब पांच का रहा। ये पहली बार हुआ है जब भारत ने विरोधी टीम को 350 से अधिक का टारगेट दिया हो और उसके बाद भी मैच गंवा दिया हो।
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पहली पारी में इंग्लैंड ने 284 का स्कोर बनाया था और भारत से 132 रनों से पिछड़ गई। लेकिन इस पहली पारी में भी इंग्लैंड के लिए जॉनी बेयरस्टो स्टार बन गए। शुरुआत में स्ट्रगल कर रहे जॉनी बेयरस्टो की विराट कोहली से लड़ाई क्या हुई, उनका गेम ही बदल गया। इसके बाद उन्होंने पहली पारी में शतक जड़ दिया, बेयरस्टो ने दूसरी पारी में भी सेंचुरी जड़ी।
दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अपना खेल ही बदल दिया। इंग्लैंड की ओपनिंग जोड़ी ने पहले शतकीय साझेदारी की। उसके बाद जो रूट और जॉनी बेयरस्टो के बीच जबरदस्त पार्टनरशिप हुई। पूर्व कप्तान जो रूट ने यहां अपने करियर का 28वां शतक भी जड़ा।
दिग्गज ही हो गए फेल
टीम इंडिया ने पहली पारी में 416 का बड़ा स्कोर बनाया। टीम इंडिया ने पहले बैटिंग की तो उसे खराब शुरुआत मिली। 100 रन के भीतर ही टीम इंडिया ने अपने पांच विकेट गंवा दिए थे, लेकिन उसके बाद ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के बीच 200 से अधिक रनों की साझेदारी हुई जिसने भारत की लाज बचा ली। पहली पारी में ऋषभ पंत ने 146, रवींद्र जडेजा ने 104 रनों की पारी खेली।
अगर दूसरी पारी की बात करें तो एक बार फिर टॉप ऑर्डर फेल ही साबित हुआ। सिर्फ चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत ने अर्धशतक जड़े, उसी के दमपर टीम इंडिया का स्कोर 245 रन तक पहुंच पाया। तीसरे दिन अच्छी बढ़त लेने के बाद चौथे दिन टीम इंडिया ने अपने सात विकेट सिर्फ 120 के अंतर पर गंवा दिए जो भारत को भारी पड़े।