मेलबर्न| ऑस्ट्रेलिया के स्टार तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क अपने करियर के दौरान चोटों से काफी परेशान रहे हैं। कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया के तमाम देशों में हुए लॉकडाउन के दौरान क्रिकेट इवेंट्स भी स्थगित हो गए थे और तमाम क्रिकेटरों को अनचाहा ब्रेक मिल गया। इस ब्रेक के दौरान स्टार्क ने अपनी मांसपेशियों को बढ़ाने का काम किया, जिससे उनकी गेंदबाजी में पहले से ज्यादा तेजी आ जाए।
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कोरोना वायरस के कारण लगे ब्रेक में इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने न्यू साउथ वेल्स की टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग की, जिसने उन्हें साल के अंत में विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए शारीरिक रूप से पूरी तरह से फिट होने में मदद की।
स्टार्क ने कहा, ‘गर्मियों के अंत में मेरा वजन 87 किग्रा हो गया था, लेकिन इस समय मैं अभी 93 किग्रा का हूं और मैं यही वजन चाहता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने गर्मियों में 90-91 किग्रा के लक्ष्य से शुरुआत की थी, इसलिए मैं अभी अच्छी स्थिति में हूं, बहुत मजबूत महसूस कर रहा हूं।’
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स्टार्क ने कहा, ‘जिम में मैंने काफी समय बिताया और अब मैं गेंदबाजी कर रहा हूं और साथ ही दौड़ना भी शुरू कर दिया है। मैं घर पर ऐसा करने में सफल रहा और इस समय का लुत्फ उठाया। मैं गेंदबाजी के दौरान के दर्द से भी उबरने में सफल रहा।’ स्टार्क अपने पूरे करियर के दौरान चोटों से जूझते रहे हैं और अब वो अपनी तेज रफ्तार से बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए तैयार हैं।
उन्हें कई बार पैर में ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर’ का भी सामना करना पड़ा लेकिन 30 साल के तेज गेंदबाज का मानना है कि जिम में एक्स्ट्रा घंटे उन्हें अपनी रफ्तार बढ़ाने की कोशिश में मदद करेंगे। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद करता हूं जब सबकुछ ठीक चल रहा हो तो ऐसा नहीं होगा और मैं अपनी रफ्तार तेज कर पाऊंगा। जिम में एक्स्ट्रा समय बिताने से मैं शायद फिर से ऐसा कर पाऊंगा।’