लखीमपुर खीरी जिले में होली खेलने के बाद चार बच्चे घाघरा नदी में नहाने चले गए। नहाते-नहाते चारों गहरे पानी में चले गए। इनमें से एक बच्चे की तेज बहाव में फंस जाने से मौत हो गई है, वहीं अन्य तीन शोर मचा रहे बच्चों की आवाज सुन ग्रामीणों ने बचा लिया है। हादसा ईसानगर कोतवाली इलाके के बिरसिंहपुर गांव का है। ईसानगर इंस्पेक्टर संजय त्यागी ने बताया तीनों बच्चे सुरक्षित हैं। हालत भी सामान्य है।
ईसानगर कोतवाली इलाके के बिरसिंहपुर गांव के शहाबुद्दीन पुरवा घाट पर चार बच्चे घाघरा नदी में नहाने चले गए। इनमें 12 वर्षीय मोहित पुत्र छोटेलाल चौरसिया अपने साथियों 11 वर्षीय गुड्डू पुत्र रम्परकाश, 12 साल के अजय पुत्र प्रकाश रैदास निवासी नकहिया, सुमित पुत्र रामेश्वर वाल्मीकि के साथ होली में रंग खेलने के बाद घाघरा नदी में नहाने चले गए।
नहाते-नहाते चारों गहरे पानी में उतर गए। तैर न पाने के चलते चारों बहने लगे। चारों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग जब तक बचाने पहुंचे। तब तक मोहित गहरे पानी में फंसकर डूब गया. तीन बच्चों को ग्रामीणों ने किसी तरह बचा लिया है।
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ईसानगर कोतवाल संजय त्यागी ने बताया कि होली के रंग के बाद बच्चे खेल-खेल में घाघरा नदी में नहाने गए। तभी हादसा हो गया। बचाए गए तीनों बच्चों ने पूरी कहानी बताई है। तीनों की हालत ठीक है। प्राथमिक चेकअप के लिए अस्पताल भेजा जा रहा।
कहते हैं कि मौत जब आती है तो कुछ ना कुछ संयोग बन ही जाता है। ऐसा ही हुआ ईसानगर कोतवाली के बिरसिंहपुर गांव में जहां 12 साल का अजय गांव के ही पांचू के घर रिश्तेदारी में आया था। यहां होली का रंग खेलने के बाद इन सभी चारों बच्चों ने घाघरा नदी में नहाने की योजना बना डाली। नदी का रोमांच इन्हें नदी तक खींच ले गया।
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घर पर बिना बताए यह बच्चे नदी में नहाने चले गए। पर इन्हें क्या पता था कि पानी और रोमांच उनकी मौत बनकर आ जाएगा। मोहित की मौत हो गई।